Mokshada Ekadashi 2025 Paran: इस विधि से करें मोक्षदा एकादशी का पारण, व्रत होगा पूर्ण मिलेगा पुण्य
मार्गशीर्ष के शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी का व्रत ना सिर्फ अपार पुण्य फल प्रदान करता है, बल्कि इससे पूर्वजों को भी मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसलिए इसे शुभ और पुण्यदायी एकादशी माना जाता है.
सोमवार 1 दिसंबर 2025 को मोक्षदा एकादशी का व्रत-पूजन करने के बाद मंगलवार 2 दिसंबर को द्वादशी तिथि पर व्रत का पारण किया जाएगा. व्रत का पूर्ण फल पाने के लिए एकादशी व्रत का पारण सही विधि और सही समय पर करना जरूरी होता है.
शास्त्रों के अनुसार, एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले ही करना चाहिए. साथ ही हरि वासर के समय भी पारण नहीं करना चाहिए. बता दें कि हरि द्वादशी तिथि की पहली एक चौथाई अवधि होती है.
मोक्षदा एकादशी व्रत पारण समय- मोक्षदा एकादशी व्रत पारण के लिए मंगलवार 2 दिसंबर 2025 को सुबह 06 बजकर 57 मिनट से सुबह 09 बजकर 03 मिनट तक रहेगा. इस अवधि में पारण कर लें.
इस बात का खास ध्यान रखें कि, पारण से पहले सुबह उठकर स्नानादि करें, सूर्य देव को जल चढ़ाएं, भगवान विष्णु की पूजा करें और ब्राह्मणों को दान-दक्षिणा देकर ही व्रत का पारण करना चाहिए.
एकादशी व्रत के पारण में केवल सात्विक चीजें ही खाएं. इस दिन चावल और आंवला खाना शुभ होता है. लेकिन मांसाहार चीजों से परहेज करना चाहिए