Makar Sankranti 2024: सूर्य की उपासना का ये पर्व मकर संक्रांति का हर प्रदेश में हैं अपना महत्व, जानें विभिन्न राज्यों में इसका अलग नाम
मकर संक्रांति का पर्व भगवान सूर्य को समर्पित है. मकर संक्रांति का पर्व चार दिनों का पर्व है. इस दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है. मकर संक्रांति का पर्व पूरे भारत में मनाया जाता है लेकिन अलग-अलग नामों से जाना जाता है.
उत्तर भारत में लोग इसे मकर संक्रांति के नाम से जानते हैं. इस दिन गंगा में स्नान करने का विशेष महत्व होता है.ऐसा माना जाता है इस दिन गंगा में स्नान करने से व्यक्ति के सारे पाप धुल जाते हैं.
पंजाब और हरियाणा में इस पर्व को मकर संक्रांति से एक दिन पहले लोहड़ी के रुप में मनाया जाता है. इस पर्व को सिख और पंजाबी समुदाय के लोग बहुत धूम-धाम से मनाते हैं.
गुजरात में मकर संक्रांति के पर्व को उत्तरायण के नाम से जाना जाता है.उत्तरायण गुजरात का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो दो दिनों तक चलता है. मकर संक्रांति के मुख्य दिन को उत्तरायण के नाम से जाना जाता है और उत्तरायण के अगले दिन को वासी उत्तरायण के नाम से जाना जाता है.
तमिलनाडु में मकर संक्रांति के पर्व को पोंगल के नाम से जाना जाता है. पोंगल का पर्व चार दिनों तक मनाया जाता है. जिसमें पहले दिन को थाई पोंगल दूसरे दिन को मट्टू पोंगल और फिर कानुम पोंगल कहते हैं.