उज्जैन में कुबेर भगवान का यह मंदिर है खास, कुबेर जी की नाभी पर घी लगाने से होते हैं मालामाल
धनतरेस का पर्व 10 नवंबर शुक्रवार के दिन मनाया जा रहा है. ये पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन मनाते हैं. इस दिन कुंबेर भगवान की पूजा की जाती है.
उज्जैन का प्रसिद्ध भगवान कुबेर का मंदिर, जिसका नाम कुंडेश्वर महादेव मंदिर है. यहां 1100 साल पुरानी कुबेर भगवान की मूर्ति मिली थी. यह मूर्ति भगवान कृष्ण को उस समय मिली थी जब कृष्ण जी बलराम और सुदामा के साथ शिक्षा ग्रहण करते थे.
इसके बाद श्री कृष्ण द्वारका चले गए लेकिन भगवान कुबेर वहीं विराजे हुए हैं. ऐसा माना जाता है दीवाली के दिन उनकी नाभी में घी लगाने से घर में सुख समृद्धि आती है.
इसीलिए लोग खास दीवाली वाले दिन या धनतेरस या छोटी दीवाली के मौके पर इस मंदिर के दर्शन करने और कुबेर जी की नाभी पर घी लगाने पहुंचते हैं.
इस दिन कुबेर जी की नाभी पर घी में इत्र मिलाकर लगाते हैं. कुंबेर जी को पीला रंग अति प्रिय है इसीलिए इस दिन पीले रंग के मिष्ठान का भोग भी उनको लगाया जाता है.