शनि पीड़ा से मुक्ति चाहते हैं, तो सोमवती अमावस्या पर करें ये 5 खास उपाय
शनि से संबंधित सभी प्रकार के दोषों और उससे जुड़े कष्टों को दूर करने के लिए सोमवती अमावस्या पर शिव सहस्त्रनाम का पाठ करें. मान्यता है इससे शनि बेहद प्रसन्न होते हैं, अशुभता दूर होती है.
कालसर्प दोष, शनि दोष, पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए सोमवती अमावस्या के दिन पानी में चीनी या गुड़ मिलाकर पीपल में चढ़ाएं और दीपक जलाएं. इससे समस्त दोष खत्म होते हैं. परिवार में खुशियां आती है.
सोमवती अमावस्या पर शिव को सफेद आंक के फूल चढ़ाएं. इसके साथ ही शिव चालीसा का पाठ करें, इससे सोया भाग्य जाग उठता है.
सोमवती अमावस्या के दिन शिव मंदिर में शिवलिंग का गंगाजल से अभिषेक करें. थोड़ा सा शिव पर चढ़ाया जल कलश में इक्ठ्ठा कर लें फिर इसे नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है. गृहक्लेश खत्म होते हैं. घर में जादू-टोने का असर नहीं होता.
कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है तो सोमवती अमावस्या पर काले तिल का दान करें. इससे शनि, राहु-केतु की घातक तिकड़ी का अशुभ प्रभाव बेअसर हो जाते हैं. पितृ दोष भी खत्म होता है.