Ajmer Dargah Jannati Door: साल में सिर्फ 4 बार खुलता है जन्नती दरवाजा, इससे गुजरने पर नसीब होती है जन्नत
राजस्थान के अजमेर शरीफ में उर्स का आयोजन हर साल इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, रजब महीने मनाया जाता है. उर्स का आयोजन ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की पुण्यतिथि के रूप में होता है.
साल 2025 में 814वां उर्स मनाया जाएगा. उर्स ऐसा मौका होता है जब पूरे 6 दिनों के लिए जायरीनों के लिए पूरे जन्नती दरवाजा खोला जाता है, जोकि जायरीनों के लिए बहुत ही खास मौका होता है.
इस्लामिक मान्यता के मुताबिक जन्नती दरवाजे से जो जायरीन ख्वाजा गरीब नवाज की मजार की जियारत करता है, उसे जन्नत नसीब होती है.
बता दें कि गरीब नवाज की दरगाह का यह जन्नती दरवाजा पूरे साल में सिर्फ चार बार ही जायरीनों के लिए खोला जाता है. इसके अलावा अन्य दिनों में यह दरवाजा बंद रहता है. आइए जानते हैं कब और कितने दिनों के लिए खुलता है जन्नती दरवाजा.
उर्स के मौके पर (6 दिनों के लिए), ईद-उल-फितर पर (एक दिन), ईद-उल-अजहा या बकरीद (1 दिन) और ख्वाजा साहब के पीर हजरत हारूनी के सलाना उर्स पर (एक दिन) यह दरवाजा खोला जाता है.
अगर कोई इन 4 मौकों पर किसी कारण जन्नती दरवाजे में पहुंच पाते तो उनके लिए एक अन्य नियम भी है. ऐसे लोग अपनी मन्नत एक धागे के रूप में या फिर चिट्ठी के रूप में यहां पेश कराते हैं. जब मन्नत पूरी हो जाती है तब ये धागा यहां आकर खोला जाता है.