Kharmas Rules: खरमास में पड़ जाए एनिवर्सरी या बर्थडे तो क्या कर सकते हैं ग्रैंड सेलिब्रेशन
वैदिक पंचांग के अनुसार खरमास को शुभ-मांगलिक कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता. यह समय सूर्य के धनु या मीन राशि में प्रवेश से जुड़ा है और आमतौर पर विवाह, गृह प्रवेश जैसे बड़े आयोजनों से परहेज किया जाता है.
खरमास के समय शास्त्रों में कई कार्यों को वर्जित बताया गया है. विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार जैसे कई कामों को करने से इस समय लोग बचते हैं. ऐसे में अगर किसी की एनिवर्सरी या बर्थडे खरमास में पड़ जाए, तो मन में सवाल रहता है कि क्या इसे धूमधाम से खरमास में मनाया जा सकता है या नहीं.
इस सवाल का जवाब देते हुए अनीष व्यास ने बताया कि, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, खरमास में मांगलिक संस्कार वर्जित माने गए हैं. इस समय जन्मदिन या शादी की सालगिरह जैसे अवसर मनाए जा सकते हैं, इसे लेकर शास्त्रों में कोई मनाही नहीं है.
जन्मदिन या किसी विशेष तिथि की पार्टी व्यक्तिगत खुशी का अवसर है, इन्हें संस्कार नहीं माना जाता है. इसलिए खरमास के दौरान इन्हें निषिद्ध नहीं माना जाता है.
लेकिन खरमास के समय आप परिवार और करीबी लोगों के साथ सादा और सात्विक सेलिब्रेशन करें तो इसे बेहतर माना जाता है. अत्यधिक तामझाम और दिखावे से बचें. खासकर शराब और मांसाहार का सेवन न करें. खरमास में कोई नए व्यावसायिक शुरुआत का ऐलान या इसकी पार्टी न करें.
खरमास में जन्मदिन या सालगिरह जैसे अवसरों को शुभ बनाने के लिए आप सुबह उठकर पूजा-पाठ करें गौ सेवा, अन्नदान और दीपदान कर सकते हैं. इस प्रकार सीमित और शालीन उत्सव का आयोजन कर आप अपने विशेष दिन को और अधिक शुभ बना सकते हैं.