Kartik Purnima 2025: कार्तिक पूर्णिमा पर भक्त भूल से भी नहीं करें ये 5 काम, होता है बहुत अशुभ
कार्तिक पूर्णिमा को साल की सबसे पवित्र पूर्णिमा माना जाता है. मान्यतानुसार इस दिन स्वर्ग से देवतागण भी धरतीलोक पर दिवाली मनाने आते हैं. साथ ही इसी पावन तिथि पर गुरु नानक देव जी की जयंती भी मनाई जाती है. इसलिए आध्यात्मिक रूप से कार्तिक पूर्णिमा का महत्व और अधिक बढ़ जाता है.
कार्तिक पूर्णिमा को देशभर में बड़े ही श्रद्धा भाव से मनाया जाता है. इस साल कार्तिक पूर्णिमा बुधवार 5 नवंबर को पड़ रही है. कार्तिक पूर्णिमा को आध्यात्मिक जागृति, श्रद्धा, भक्ति और कृतज्ञता का अवसर माना जाता है. इसलिए इस य़े 5 काम करने से बचें.
तुलसी न तोड़ें- कार्तिक पूर्णिमा पर तुलसी के पत्तों को तोड़ने से बचें. हिंदू धर्म में तुलसी को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है. कार्तिक पूर्णिमा के शुभ दिन पर तुलसी पत्ते तोड़ने से तुलसा का अनादर होता है मां लक्ष्मी नाराज होती हैं, जोकि दुर्भाग्य का कारण बन सकता है.
तामसिक भोजन से दूर रहें- कार्तिक पूर्णिमा के पवित्र दिन पर भक्त व्रत रखते हैं. यदि आप व्रत नहीं भी रखें तब भी इस दिन तामसिक भोजन जैसे मांस, मछली, अंडा, लहसुन और प्याज से दूरी बनाएं. क्योंकि ये ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिससे आध्यात्मिक शुद्धता भंग होती है.
किसी को खाली हाथ न लौटाएं- कार्तिक पूर्णिमा के दिन आपके घर पर कोई जरूरतमंद, गरीब या बुजुर्ग व्यक्ति आए तो उसे द्वार के खाली हाथ न लौटाएं. आप अपने सामर्थ्य अनुसार उन्हें अन्न, फल, भोजन आदि का दान अवश्य करें.
किसी को न दें ये चीज- कार्तिक पूर्णिमा के दिन का संबंध चंद्रमा से होता है. इसलिए इस दिन किसी को भी दूध, चांदी या फिर सफेद वस्तुओं का दान नहीं करें. शास्त्रों के अनुसार इससे चंद्र दोष बढ़ता है.
घर पर अंधेरा न रखें- कार्तिक पूर्णिमा के दिन घर पर अंधेरा न रखें. इस बात का ध्यान रखें घर के हर कमरे की लाइट जलती रहे.