ड्रग ओवरोज से हर हफ्ते इतनी मौतें, NCRB के आंकड़ों ने किया हैरान
NCRB के अनुसार, 2019 से 2023 के बीच हर दिन औसतन 2 लोग ड्रग ओवरडोज की वजह से मरे हैं. यह मतलब है कि हर हफ्ते लगभग 12 लोगों की मौत इसी कारण होती है. ध्यान देने वाली बात यह है कि ये केवल कन्फर्म मौतें हैं.
वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है क्योंकि कई मामलों की रिपोर्ट नहीं होती या सही तरीके से दर्ज नहीं होती है. लेकिन अगर राज्यों के अनुसार देखा जाए तो तस्वीर थोड़ी अलग है.
शुरुआत में तमिलनाडु ओवरडोज के मामलों में सबसे ऊपर था. 2019 में यहां 108 लोगों की मौत हुई थी. हालांकि, राज्य ने बाद के वर्षों में सुधार दिखाया और 2023 में यह आंकड़ा घटकर 65 रह गया.
वहीं पंजाब ने 2022 में इस गंभीर समस्या की चेतावनी दी. उस साल पंजाब में 144 लोगों की मौत हुई, और 2023 में यह संख्या घटकर 89 रह गई.
राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी मामले लगातार बढ़ रहे हैं. राजस्थान में सालाना मौतें लगभग 60 से 117 के बीच रही, जबकि 2023 में 84 मौतें दर्ज की गईं. मध्यप्रदेश ने 2021 में सूची में प्रवेश किया था, 34 मौतों के साथ, और 2023 में यह बढ़कर 85 मौतें हो गईं.
कुल मिलाकर देखें तो साल 2019 में देश में ड्रग ओवरडोज से 704 मौतें हुईं. 2020 में COVID‑19 लॉकडाउन के चलते यह संख्या घटकर 514 पर आ गई. लेकिन 2021 में मौतों की संख्या फिर बढ़कर 737 हो गई.
इसके बाद क्रमशः 2022 और 2023 में यह संख्या 681 और 654 रही. ये आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि ड्रग ओवरडोज अब भी लगातार जीवन संकट बन रहा है, और सिर्फ लॉकडाउन जैसी परिस्थितियों में ही इसमें कमी आती है.