Jyeshtha purnima 2023: आज करें इस पेड़ की विशेष पूजा, जीवन में आएगी सुख-शांति और समृद्धि
Jyeshtha purnima 2023: हिन्दू धर्म में ज्येष्ठ मास को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है और इस महीने के दान पुण्य और पूजा को तो प्रताप ही अलग है. मगर एक खास पेड़ की इस मास की अमावस्या और पूर्णिमा में पूजा करि जाती है. ये पेड़ है वट वृक्ष यानी की बड़ का पेड़.
वट यानी की बड़ का पेड़ एक ऐसा पेड़ है जो की काफी मोठे तने वाला और छायादार होता है. इस विशालकाय पेड़ में कई पशु पक्षी अपना घर बनाते हैं और बहुत काम देखरेख के बावजूद इस पेड़ की टहनियां और फूल पत्ते पशु पक्षियों का पेट भरते हैं
ये एक बहुत बड़ा कारण है की प्राचीन काल से ही हमारे शास्त्रों में इस पेड़ को बहुत शुभ माना गया है . मगर इसके साथ ही , इसके पीछे का धार्मिक कारण भी हम आपको बताते हैं . ऐसा माना जाता है की वट वृक्ष की जड़ों में ब्रह्मा, तने में विष्णु , और ऊपरी भागों में शिवजी का वास है . इसी कारण इस पेड़ की खास ज्येष्ठ मास में विवाहित स्त्रियों को पूजा करनी चाहिए , इससे राजयोग खुलता है.
सावित्री ने सत्यवान के प्राण इसी पेड़ के नीचे रह कर बचाये थे , इस पेड़ को सावित्री भी कहा जाता है .सत्यवान के शव को इसी पेड़ के नीचे रख सावित्री ने यमराज का पीछा किया था और उसके प्राण और सौभाग्य को वापस ले कर आयी थी , इसी कारण वट वृक्ष के साथ सावित्री की भी देवी सामान पूजा की जाती है.
गर्मियों में हर जीव को इस वृक्ष की छाया की ज़रूरत पड़ती है. और जिस चीज़ की हम पूजा करते हैं उसे नुक्सान तो नहीं पहुंचाएंगे . इस प्रकार वट को सुरक्षित और सकारात्मक बनाने के लिए वट वृक्ष की ज्येष्ठ मास में खास पूजा होती है .