Job Astrology: ऑफिस में कोई और ले जाता है आपका क्रेडिट तो कुंडली में बैठा ये ग्रह दे रहा है दगा
नवग्रहों के बारे में तो सभी लोग जाने हैं. लेकिन ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की भूमिका और जीवन में इसके पड़ने वाले अच्छे-बुरे प्रभावों के बारे में बताया गया है. पर्सनल लाइफ, स्वास्थ्य, यात्रा, धन आदि से लेकर नौकरी-व्यवसाय में ग्रहों की अहम महत्वपूर्ण भूमिका होती है.
अगर आप नौकरीपेशा वाले हैं और अपने कार्यक्षेत्र में परेशान हैं तो आपको कुंडली में कुछ कमजोर ग्रहों की स्थिति पर ध्यान देने की जरूरत है. ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास बताते हैं कि अगर अथक मेहनत के बाद भी आपके काम का क्रेडिट कोई और ले जाता हैं और कार्यक्षेत्र में सम्मान नहीं मिलता तो इसके लिए सूर्य और मंगल जैसे ग्रहों को मजबूत बनाना चाहिए.
सूर्य को ग्रहों का बॉस कहा गया है. अगर कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर रहेगी या सूर्य के पाप या क्रूर ग्रहों से ग्रसित होने पर कार्यक्षेत्र में बाधाएं उत्पन्न होती है. ऐसी स्थिति में मेहनत का फल नहीं मिलता.
इस स्थिति में आपको सूर्य ग्रह को मजबूत बनाने के लिए ज्योतिषीय उपाय करने चाहिए. जैसे रविवार के दिन नमक और मांसाहर भोजन का त्याग करें, सूर्य देव को जल अर्पित करें, सूर्य मंत्रों का जाप करें और सूर्य से संबंधित चीजों का दान करें.
मंगल ग्रह को ज्योतिष में साहस और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है. कुंडली में मंगल के कमजोर होने पर व्यक्ति में साहस और ऊर्जा की कमी होती है, जिस कारण कार्यक्षेत्र में उसका प्रदर्शन भी कमजोर पड़ने लगता है.
मंगल को मजबूत बनाने के लिए आपको लाल रंग की चीजों का दान करना चाहिए. मंगलवार के दिन व्रत रखें, हनुमान चालीसा का पाठ करें और ज्योतिषी की सलाह से मूंगा रत्न धारण करें.
व्यक्ति को जब उसके काम का क्रेडिट नहीं मिलता तो इसमें राहु-केतु जैसे ग्रहों की भी भूमिका होती है. राहु-केतु के कमजोर होने पर व्यक्ति को मेहनत का पूरा फल नहीं मिलता. साथ ही काम में बाधा आती है. राहु-केतु से शुभ फल के लिए भगवान गणेश की पूजा करें.