Janmashtami 2023: जन्माष्टमी के दिन न करें तुलसी से जुड़ी ये गलतियां, कृष्ण हो जाएंगे नाराज
हिंदू धर्म में श्रीकृष्ण को भगवान श्रीहरि विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है. जिस तरह भगवान विष्णु की पूजा तुलसी के बिना अधूरी मानी जाती है, उसी तरह से श्रीकृष्ण को भी तुलसी बहुत ही प्रिय है. इसलिए उनकी पूजा और भोग में तुलसी पत्ता चढ़ाया जाता है. जन्माष्टमी के दिन तुलसी से जुड़ी ये गलतियां करने से आपको बचना चाहिए.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appजन्माष्टमी के दिन तुलसी पूजन भी किया जाता है. लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें कि, संध्या में तुलसी को स्पर्श नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती है. क्योंकि तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता है और सूर्योदय के बाद तुलसी को स्पर्श करना वर्जित होता है.
तुलसी पूजन करते समय स्त्रियों को अपने बाल खुले नहीं रखने चाहिए. इसलिए तुलसी पूजन करते समय अपने बालों को बांध लें या सिर भी जरूर ढकें.
तुलसी पूजा करते समय परिक्रमा विशेष महत्व होता है. इसलिए तुलसी में जल चढ़ाने के बाद तीन बार परिक्रमा करना न भूलें. पूजा और परिक्रमा के बाद तुलसी के पास घी का दीप जरूर जलाएं.
तुलसी को नई और लाल चुनरी चढ़ाने के लिए जन्माष्टमी का दिन बहुत शुभ माना गया है. अगर आप आज तुलसी पूजन में चुनरी चढ़ाते हैं तो इसे बार-बार नहीं बदलें. अन्य देवी-देवताओं की तरह तुलसी जी के वस्त्र बार-बार बदलने के नियम नहीं हैं. आप केवल जन्माष्टमी, तुलसी विवाह या विशेष त्योहार आदि पर ही तुलसी जी की चुनरी बदलें.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -