इन 5 राशियों को भूलकर भी नहीं धारण करना चाहिए नीलम रत्न, शनि देव देते हैं अशुभ संकेत!
ज्योतिष में नीलम रत्न शनि ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है और अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है, जो शनि की महादशा या साढ़ेसाती के दौरान आने वाली बाधाओं को कम करके भाग्य, धन, मानसिक शांति और करियर में सफलता दिलाता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि किन राशियों को नहीं धारण करना चाहिए नीलम रत्न?
मेष राशि वालों को नीलम रत्न नहीं पहनना चाहिए क्योंकि मेष का स्वामी ग्रह मंगल और नीलम का ग्रह शनि, दोनों एक-दूसरे के कट्टर शत्रु हैं; यह टकराव वित्तीय हानि, करियर में रुकावटें, स्वास्थ्य समस्याएं और घर में अशांति ला सकता है. इसलिए मेष राशि वाले जातकों को नीलम रत्न नहीं पहनना चाहिए.
कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है, जबकि नीलम शनि देव का रत्न है. ज्योतिष के अनुसार, शनि और चंद्रमा के बीच शत्रुता का भाव है, जिससे यह संयोजन कर्क राशि वालों के लिए नकारात्मक परिणाम देता है.
सिंह राशि वालों को नीलम नहीं पहनना चाहिए क्योंकि सिंह राशि का स्वामी सूर्य है और शनि ग्रह नीलम का प्रतिनिधित्व करता है. ज्योतिष के अनुसार, सूर्य और शनि के बीच शत्रुता का भाव है, जिससे सिंह राशि वालों के लिए नीलम प्रतिकूल हो सकता है.
वृश्चिक राशि वालों को नीलम रत्न धारण नहीं चाहिए क्योंकि इसके स्वामी ग्रह मंगल और नीलम के देवता शनि के बीच शत्रुतापूर्ण संबंध है, जिससे जीवन में मानसिक तनाव, रिश्तों में दिक्कतें, करियर में रुकावटें और स्वास्थ्य समस्याएं आ सकती हैं, क्योंकि शनि की कठोर ऊर्जा वृश्चिक की तीव्र भावनाओं से टकराती है.
ज्योतिष के अनुसार, शनि देव और बृहस्पति (धनु राशि के स्वामी) के बीच मित्रता नहीं है, जिससे नीलम धनु राशि के लिए अनुकूल नहीं होता है. यह रत्न अचानक चुनौतियां, करियर और धन में दुर्भाग्य, और काम-कारोबार में दिक्कतें ला सकता है.