Hartalika Teej 2025: हरतालिका तीज के पारण में भूलकर भी न करें ये गलती, जान लें नियम
हरतालिका तीज व्रत का समापन यानी इसका पारण चतुर्थी तिथि पर सूर्योदय के बाद किया जाता है. रात्रि में महिलाएं जागरण कर पूजन करती हैं. इस बार हरतालिका तीज का व्रत पारण 27 अगस्त को 5 बजकर 57 मिनट के बाद किया जाएगा.
व्रत पारण से पहले हरतालिका तीज की आखिरी पूजा से पहले स्नान कर विधिवत पूजा करें, सुहागिनें माता पार्वती को चढ़ाया सिंदूर अपने माथे पर लगाएं. मां पार्वती से आशीर्वाद लें. सास या नंद (जो सुहागिन हों) उन्हें सुहाग पिटारा दान करें.
हरतालिका तीज में स्त्रियां तृतीया तिथि से लेकर चतुर्थी तिथि यानी 24 घंटे का निर्जला व्रत रखती हैं ऐसे में व्रत पारण करते समय सबसे पहले पूजा में चढ़ाया मीठा भोग ग्रहण करें, जैसे मालपुआ, हलवा, खीर आदि.
इसके बाद मिट्टी से बने शिवलिंग का विसर्जन किसी नदी, तालाब में करें. फिर आप सात्विक भोजन कर सकती हैं. ध्यान रहें इस भोजन में लहसुन-प्याज आदि न हो नहीं तो व्रत का फल प्राप्त नहीं होता.
ध्यान रहे पूजा में पार्थिव शिवलिंग पर चढ़ाया फल ग्रहण न करें. ये शिव जी के गणों का होता है इसे किसी जरुरतमंदों का दान दे दें. पूजा में चढ़ाया सुहाग सामान ब्राह्मणी को दें.