✕
  • होम
  • इंडिया
  • विश्व
  • उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
  • बिहार
  • दिल्ली NCR
  • महाराष्ट्र
  • राजस्थान
  • मध्य प्रदेश
  • हरियाणा
  • पंजाब
  • झारखंड
  • गुजरात
  • छत्तीसगढ़
  • हिमाचल प्रदेश
  • जम्मू और कश्मीर
  • बॉलीवुड
  • ओटीटी
  • टेलीविजन
  • तमिल सिनेमा
  • भोजपुरी सिनेमा
  • मूवी रिव्यू
  • रीजनल सिनेमा
  • क्रिकेट
  • आईपीएल
  • कबड्डी
  • हॉकी
  • WWE
  • ओलिंपिक
  • धर्म
  • राशिफल
  • अंक ज्योतिष
  • वास्तु शास्त्र
  • ग्रह गोचर
  • एस्ट्रो स्पेशल
  • बिजनेस
  • हेल्थ
  • रिलेशनशिप
  • ट्रैवल
  • फ़ूड
  • पैरेंटिंग
  • फैशन
  • होम टिप्स
  • GK
  • टेक
  • ऑटो
  • ट्रेंडिंग
  • शिक्षा

Daily Puja Tips: पूजा में कौन सी सामग्री दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं कौन सी नहीं, जानें

पल्लवी कुमारी   |  19 Dec 2025 12:01 PM (IST)
1

पूजा में हम देवी-देवता को कई प्रकार की सामग्रियां अर्पित करते हैं. पूजा के बाद घी, फूल, चंदन, जनेऊ, सुपारी जैसी कई चीजें बच जाती हैं. कुछ चीजें तो भगवान को अर्पित करने के बाद भी खराब नहीं होती. ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि, क्या हम इन्हें शुद्ध कर फिर से पूजा में प्रयोग कर सकते हैं या नहीं.

Continues below advertisement
2

अगर आपके मन में भी पूजा सामग्रियों को लेकर ऐसा संशय रहता है तो जान लीजिए कि पूजा की किन सामग्रियों को दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है और किन सामग्रियों को नहीं.

Continues below advertisement
3

पूजा में आप यदि चांदी, पीतल या तांबे आदि के पात्रों का प्रयोग करते हैं तो इसे फिर से इस्तेमाल कर सकते हैं. इसी प्रकार भगवान की मूर्ति, घंटी, शंख, मंत्र जाप की माला, शंख, आसन जैसी स्थायी चीजों का प्रयोग भी दोबारा से किया जा सकता है.

4

लेकिन भोग, जल, फूल, माला, चंदन, कुमकुम, धूप-दीप, नारियल, अक्षत, जलाए हुए दीपक में बचा हुआ तेल या घी जैसी चीजें एक बार प्रयोग करने के बाद दोबारा से पूजा में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. दोबारा इस्तेमाल करने से इनकी शुद्धता और पवित्रता नष्ट हो जाती है.

5

हालांकि पूजा में भगवान को अर्पित की गई तुलसी की पत्तियां आप दोबारा पूजा में इस्तेमाल कर सकते हैं. यदि किसी कारण तुलसी के पत्ते उपलब्ध न हो आप तुलसी को दोबारा पूजा में इस्तेमाल कर सकते हैं. क्योंकि तुलसी कभी अपवित्र या बासी नहीं होती. इसे स्वयं-शुद्ध माना जाता है.

6

बेलपत्र भी भगवान को अर्पित करने के बाद दोबारा से धोकर इस्तेमाल किया जा सकता है, इसमें कोई दोष नहीं है. लेकिन इसका ध्यान रखे कि, बेलपत्र खंडित, कटा-फटा या दागदार नहीं होना चाहिए. शिवपुराण के अनुसार बेलपत्र 6 महीने तक बासी नहीं होता है.

  • हिंदी न्यूज़
  • फोटो गैलरी
  • ऐस्ट्रो
  • Daily Puja Tips: पूजा में कौन सी सामग्री दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं कौन सी नहीं, जानें
Continues below advertisement
About us | Advertisement| Privacy policy
© Copyright@2025.ABP Network Private Limited. All rights reserved.