Lakshmi ji: छठ महापर्व के आरंभ के दिन लक्ष्मी जी की कृपा पाने का बना है उत्तम संयोग
शुक्रवार का दिन लक्ष्मी जी को प्रसन्न कर उनकी कृपा पाने के लिए सबसे शुभ और उत्तम दिन माना गया है. 28 अक्टूबर, शुक्रवार के दिन छठ महापर्व शुरू हो रहा है. इस दिन लक्ष्मी पूजा का भी शुभ संयोग बना हुआ है.
लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए सर्वप्रथम इस बात को समझ लें कि लक्ष्मी जी उन लोगों को अपना आशीर्वाद नहीं देती हैं, जो दूसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए धन का प्रयोग करते हैं. इसके साथ स्वच्छता के नियमों का पालन न करने वाले और अवगुणों से युक्त व्यक्ति को लक्ष्मी जी पसंद नहीं करती हैं. ऐसे व्यक्ति को लक्ष्मी जी बहुत जल्द छोड़कर चली जाती हैं.
कार्तिक मास चल रहा है. इस मास को उत्तम मास भी कहा जाता है. इसी माह में दिवाली का पर्व आता है, दिवाली का पर्व लक्ष्मी जी को समर्पित है. मान्यता है कि कार्तिक मास लक्ष्मी जी की पूजा के लिए और उनकी कृपा पाने के लिए सबसे शुभ है.
लक्ष्मी जी का आशीर्वाद चाहिए तो कभी गलत कार्यों को न करें. नियम और अनुशासन का पालन करते हुए अपने लक्ष्य को पाने का प्रयास करें. दूसरों के प्रति करूणा का भाव, अहंकार और क्रोध से दूर रहें. ऐसे लोगों को लक्ष्मी जी अपना आशीर्वाद नहीं देती हैं.
शुक्रवार के दिन लक्ष्मी जी की पूजा में लक्ष्मी जी की आरती का पाठ अवश्य करें. मान्यता है कि शुक्रवार के दिन सुबह और शाम के समय लक्ष्मी जी की पूजा करने से घर में समृद्धि आती है. लक्ष्मी जी की आरती, सुख-शांति और बरकत लाती है.
लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए शुक्रवार को इन मंत्रों का जाप भी लाभकारी माना गया है.1- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:, 2- पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम्.