Bduh Pradosh Vrat 2025: प्रदोष व्रत मिटा सकता है सारे दोष, पर भूलकर भी न करें ये गलती, उलटा पड़ता है प्रभाव
बुध प्रदोष व्रत के दिन भूलकर भी बड़े बुजुर्ग खासकर महिलाओं और किन्नरों का अपमान नहीं करना चाहिए, मान्यता है तन, मन या किसी पर तरह इन लोगों को चोट पहुंचाने पर महादेव के क्रोध का सामना करना पड़ता है साथ ही दुर्भाग्य पीछा नहीं छोड़ता.
प्रदोष व्रत में पूजा के समय भगवान भोलेनाथ को नारियल का जल, तुलसी और कुमकुम नहीं चढ़ाएं, न ही शंखनाद करें. शिव पूजा में ये वर्जित है.
मांसाहारी खाना, शराब, सिगरेट और नशे की चीजों से कोसों दूर रहें. घर में अगर तामसिक भोजन रखा है तो उसे प्रदोष व्रत से पहले ही बाहर कर दें. नहीं तो पूजा का फल नहीं मिलता है.
प्रदोष व्रत के दिन देर तक न सोए, न ही किसी पेड़-पौधे की पत्तियां तोड़े. नकारात्मक लोगों और विचारों से दूर रहें. क्रोध करने से पूजा व्यर्थ चली जाती है.
प्रदोष व्रत के दिन काले रंग के कपड़े भी नहीं पहनने चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है और इनमें से कोई भी कार्य करने से भगवान भोलेनाथ नाराज हो जाते हैं.
भादों के बुध प्रदोष व्रत की पूजा शाम 6.56 से रात 9.07 के बीचकरना फलदायी होगा, क्योंकि ये प्रदोष काल समय है.