Astrology: पीपल के नीचे दीपक जलाने से कैसे शांत होते हैं ग्रह
पीपल का वृक्ष यूं ही पूजनीय नहीं है. हमारे शास्त्रों में इसे स्वयं भगवान विष्णु का रूप माना गया है.जब इसके नीचे दीपक जलाया जाता है,तो ऐसा माना जाता है कि आसपास की नकारात्मक ऊर्जा शांत होती है और शनि,राहु,केतु जैसे ग्रहों की अशुभता भी कम हो जाती है.ब्रह्मवैवर्त पुराण और स्कंद पुराण में इसका सीधा उल्लेख मिलता है.
शनिवार को पीपल के नीचे दीपक जलाना एक बेहद असरदार उपाय माना गया है,खासकर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो तो.बृहत पाराशर होरा शास्त्र में भी इसका संकेत है कि यह छोटा-सा उपाय बड़ा परिणाम दे सकता है.
दीपक की लौ सिर्फ रौशनी नहीं देती, ये सूर्य तत्व का प्रतीक है.जब यही लौ पीपल के नीचे जलती है, तो ये सूर्य, शनि, राहु-केतु जैसे ग्रहों के बीच संतुलन बनाती है.इससे जीवन में स्थिरता और शांति आती है.
विशेष रूप से शनिवार और मंगलवार को यह उपाय करने से शनि और मंगल की उग्रता शांत होती है.इससे जीवन में आने वाली बाधाएं,दुर्घटनाएं और गुस्सा नियंत्रित हो सकता है.
जब दीपक जलाएं तो उसमें तिल या सरसों का तेल और रूई की बाती का इस्तेमाल करें.यह शनि देव को प्रसन्न करता है और उनकी कुंडली में मौजूद दोषों को शांत करता है.
दीपक जलाने से हमारे ऊर्जा केंद्र सक्रिय होते हैं.ये न केवल मानसिक शांति देता है,बल्कि आध्यात्मिक उन्नति में भी सहायक होता है.
यह उपाय अगर सच्ची श्रद्धा,ध्यान और विश्वास के साथ किया जाए,तो यह केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं,बल्कि आत्मिक ऊर्जा का साधन बन जाता है.इससे आत्मबल,निर्णय शक्ति और जीवन की सकारात्मकता बढ़ती है.