Annapurna Jayanti 2025 Bhog: अन्नपूर्णा जयंती पर देवी को लगाएं इन चीजों का भोग, अन्न-धन से भरा रहेगा भंडार
मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाती है. ऐसी मान्यता है कि इसी तिथि देवी अन्नपूर्णा का अवतरण हुआ था और देवी ने पृथ्वी पर अन्न संकट को दूर किया था. अन्न-भोजन की कृपा के लिए लोग देवी अन्नपूर्णा की पूजा करते हैं.
अन्नपूर्णा जयंती पर रसोई, स्टोव, अन्न भंडार और मां अन्नपूर्णा की पूजा होती है. विधि-विधान से पूजा करने पर मां अन्नपूर्णा का वास रसोई में होता है और घर के लोग कभी भूखा नहीं सोते.
यदि आप चाहते हैं आप पर भी मां अन्नपूर्णा की कृपा बनी रही और घर पर उनका वास हो तो आज अन्नपूर्णा जयंती के दिन पूजा में देवी को उनकी प्रिय चीजों का भोग अवश्य लगाएं. जानें कौन सा भोग माता को है अत्यंत प्रिय.
खीर- चावल से बनी खीर मां अन्नपूर्णा के सबसे प्रिय भोगों में एक है. रसोई की अच्छे से साफ-सफाई कर शुद्ध और सात्विक रूप से चावल, दूध, चीनी और इलायची से खीर पकाएं और मां अन्नपूर्णा को इसका भोग लगाएं.
गुड़ और तिल के मिठाई- गुड़, तिल और घी के मिश्रण से बनी मिठाई का भोग भी अन्नपूर्णा देवी को अर्पित कर सकते हैं. यह भोग ऊर्जा, मिठास और शुभता का प्रतीक है.
फल- मां अन्नपूर्णा को फल का भोग भी अर्पित कर सकते हैं. आप कम से कम 5 मौसमी फल का भोग मां को लगा सकते हैं.
बेसन लड्डू- आज अन्नपूर्णा जयंती पर आप भोग में बेसन के लड्डू को भी शामिल कर सकते हैं. घर पर घी और बेसन से शुद्ध रूप से लड्डू का भोग देवी अन्नपूर्णा को लगाएं.