✕
  • होम
  • इंडिया
  • विश्व
  • उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
  • बिहार
  • दिल्ली NCR
  • महाराष्ट्र
  • राजस्थान
  • मध्य प्रदेश
  • हरियाणा
  • पंजाब
  • झारखंड
  • गुजरात
  • छत्तीसगढ़
  • हिमाचल प्रदेश
  • जम्मू और कश्मीर
  • बॉलीवुड
  • ओटीटी
  • टेलीविजन
  • तमिल सिनेमा
  • भोजपुरी सिनेमा
  • मूवी रिव्यू
  • रीजनल सिनेमा
  • क्रिकेट
  • आईपीएल
  • कबड्डी
  • हॉकी
  • WWE
  • ओलिंपिक
  • धर्म
  • राशिफल
  • अंक ज्योतिष
  • वास्तु शास्त्र
  • ग्रह गोचर
  • एस्ट्रो स्पेशल
  • बिजनेस
  • हेल्थ
  • रिलेशनशिप
  • ट्रैवल
  • फ़ूड
  • पैरेंटिंग
  • फैशन
  • होम टिप्स
  • GK
  • टेक
  • ऑटो
  • ट्रेंडिंग
  • शिक्षा

Anant Chaturdashi 2025: अनंत चतुर्दशी के धागे में क्यों लगाई जाती है 14 गांठें, महत्व नहीं जानते होंगे आप

जागृति सोनी बरसले   |  01 Sep 2025 05:20 PM (IST)
1

अनंत चतुर्दशी का पर्व भगवान विष्णु को समर्पित है, जो सुख, समृद्धि और सौभाग्य की वृद्धि के लिए मनाया जाता है. इस दिन व्रत रखने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है.

2

अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु ने 14 लोकों की रचना की थी और इसके संरक्षण और पालन के लिए 14 रूप में प्रकट हुए थे, इस दिन उनके अनंत रूप की पूजा होती है. इसलिए इस दिन अनंत सूत्र में 14 गांठें लगाई जाती है.

3

अनंत सूत्र की 14 गांठें भूलोक, भुवलोक, स्वलोक, महलोक, जनलोक, तपोलोक, ब्रह्मलोक, अतल, वितल, सतल, रसातल, तलातल, महातल, और पताल लोक का प्रतीक हैं.

4

अनंत चतुर्दशी पर 14 गांठों वालों सूत्र दाहिने हाथ के बाजू पर बांधा जाता है. मान्यता है कि जो व्यक्ति 14 साल तक अनंत चतुर्दशी व्रत करता है ये सूत्र बांधता है उसे बैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है.

5

अनंत सूत्र को बांधने से पहले इसमें 14 गांठें लगाएं और विष्णु जी को पूजा में अर्पित करें. फिर ऊं अनंताय नम: या अनंन्तसागर महासमुद्रे मग्नान्समभ्युद्धर वासुदेव। अनंतरूपे विनियोजितात्माह्यनन्तरूपाय नमो नमस्ते। ये मंत्र बोलते हुए हाथ पर बांधें.

6

अगले दिन इस सूत्र को नदी में प्रवाहित कर दें. ध्यान रहे इसे बांधने के बाद तन और मन की शुद्धता बनाए रखें नहीं तो इसका असर नहीं होता है.

  • हिंदी न्यूज़
  • फोटो गैलरी
  • ऐस्ट्रो
  • Anant Chaturdashi 2025: अनंत चतुर्दशी के धागे में क्यों लगाई जाती है 14 गांठें, महत्व नहीं जानते होंगे आप
About us | Advertisement| Privacy policy
© Copyright@2025.ABP Network Private Limited. All rights reserved.