Akshay Tritiya 2023: अक्षय तृतीया पर महाशुभ योगों का खास संयोग, जानें इस दिन का महत्व
22 अप्रैल , 2023, शनिवार के दिन अक्षय तृतीया पर त्रिपुष्कर योग, आयुष्मान योग, सौभाग्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, सर्वाअमृत सिद्धि और रवि योग बन रहा है, जिससे इस दिन का महत्व और बढ़ जाता है.
इस दिन सूर्य मेष और चन्द्रमा वृषभ राशि में यानि दोनों ही अपनी उच्च राशि में होते है. ऐसा खास संयोग साल में सिर्फ अक्षय तृतीया पर ही बनता है.
अक्षय तृतीया देवताओं की प्रिय तिथी होने से सौभाग्य व सम्पन्नता प्रदान करने वाला दिन है. इसलिए महालक्ष्मी को प्रसन्न करने और धन-धान्य व सुख-समृद्धि पाने के लिए सबसे सरल और शीघ्र सिद्धी प्रदान करने वाला कोई उपाय है तो वह है श्रीसूक्त स्त्रोत का पाठ.
वेद कहते हैं कि लक्ष्मी से संबंधित सर्वाधिक महत्वपूर्ण श्रीसूक्त स्त्रोत भौतिक कामनाओं की पूर्ति और यश-कीर्ति व सौभाग्य पाने का अचूक साधन है. लेकिन केवल श्रीसूक्त का पाठ करने से उतना लाभ नहीं मिलता जितना विधान के साथ करने पर होता है.
श्रीसूक्त के साथ लक्ष्मी का बीज और दुर्गे मंत्र जोडकर इसका पाठ किया जाए तो लक्ष्मी आपके द्वार पर दौड़ी चली आती है.
पूजा में श्रीयंत्र आवश्यक रूप से हो. यानी लक्ष्मी की प्रतिमा, लक्ष्मी यंत्र हो तो भी श्रीयंत्र अनिवार्य है और दूसरा संपुट लगाकर पाठ करें !