अधिकमास में इस एक तीर्थ में जरुर करें दर्शन, सालभर बनी रहती है सुख-समृद्धि
अधिकमास यानी अधिक पुण्य कमाने वाला महीना, अधिक मास श्रीहरि यानी विष्णु जी को समर्पित है.विष्णु पुराण के अनुसार पुरुषोत्तम महीने में तीर्थ दर्शन करने वालों के समस्त पाप मिट जाते हैं और उन्हें अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है.
अधिक मास में विष्णु, कृष्ण जी से जुड़ी तीर्थ स्थल के दर्शन करना पुण्यदायी होता है, इसमें सबसे खास है जगन्नाथ पुरी. ब्रह्म और स्कंद पुराण के अनुसार यहां भगवान विष्णु पुरुषोत्तम नीलमाधव के रूप में अवतरित हुए थे.
पुरी में श्रीकृष्ण जगत के नाथ अर्थात जगन्नाथ रूप में निवास करते हैं. मान्यता है कि अधिकमास में यहां दर्शन करने वालों को सुख-समृद्धि की कमी नहीं रहती है. ये चार धाम में से एक माना गया है.
साथ ही कहा जाता है कि भगवान जगन्नाथ के नेत्रों के दर्शन से सूर्य और चंद्रदोष शांत होते हैं. मन को शांति और एकाग्रता प्राप्त होती है. अधिकमास में जगन्नाथ जी के दर्शन करना कई अनुष्ठान और यज्ञ करने के समान फल देता है.
अधिकमास में जगन्नाथ पुरी में दर्शन करने के अलावा यहां से प्रसाद का चावल जरुर घर लाना चाहिए. इसे खाएं नहीं बल्कि सुखाकर एक लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें. मान्यता है इससे तिजोरी सदा भरी रहती है.
जगन्नाथ पुरी से बेंत जरुर लाना चाहिए. धार्मिक मान्यता के अनुसार इससे दुख और दरिद्रात घर में प्रवेश नहीं करते हैं. इसे पूजा घर में रखें.