पराली जलाई तो दो सीजन तक MSP पर फसल नहीं बेच पाएंगे किसान, इस राज्य की सरकार ने बनाया खास प्लान
पराली जलने से प्रदूषण बढ़ता है, लेकिन अब इस समस्या से निपटने के लिए हरियाणा सरकार का कृषि विभाग युद्ध स्तर पर पराली प्रबंधन पर काम करने में जुटा है. कृषि उप निदेशक वजीर सिंह ने इस बारे में विस्तार से जानकारी दी है.
इस सीजन में अब तक हरियाणा के करनाल में पराली जलाने के 68 केस देखे गए हैं. कृषि विभाग ने पराली जलाने वाले किसानों पर 1 लाख 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है, जबकि कृषि विभाग ने 32 ऐसे किसानों की रेड एंट्री की है, अब वह किसान अगले 2 सीजन तक मंडियों में एमएसपी पर अपनी फसल नहीं बेच सकेंगे.
जिला प्रशासन की तरफ से करीब 500 टीमें पराली प्रबंधन के लिए लगाई गई हैं, ताकि पराली जलाने के मामलों को रोका जा सके. पराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए बनाई गईं टीमें अलर्ट मोड पर हैं.
टीमें अलग-अलग गांवों में जाकर किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक करते हुए, उन किसानों पर भी नजर रख रही हैं, जो पराली जला रहे हैं.
हरियाणा के कई जिलों में पराली जलाने के मामले बढ़े हैं. जबकि जिला प्रशासन ऐसे किसानों की पहचान कर उन पर जुर्माना लगाने के साथ कार्रवाई भी कर रहा है.
अगर करनाल जिले की बात करें तो सरकारी आंकड़ों के अनुसार दो दिनों में यहां पर पराली जलाने का कोई मामला रिकॉर्ड नहीं हुआ है, लेकिन अब तक जिले में पराली जलाने के 68 मामले सामने आए हैं.