Houthis Response After Airstrikes: अमेरिका और ब्रिटेन लाल सागर में ईरान समर्थित हूतियों को बार-बार निशाना बनाकर हमले कर रहे हैं. इसको लेकर यमन के हूतियों ने रविवार (4 फरवरी) को कहा कि वह लाल सागर में हो रहे हमलों का जवाब देंगे. ईरान समर्थित समूह ने कहा कि अमेरिकी और ब्रिटिश हवाई हमले उन्हें रोक नहीं पाएंगे.

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इससे पहले हूतियों ने जॉर्डन में तीन अमेरिकी सैनिकों को मार डाला जिसके बाद अमेरिका ने इराक और सीरिया में ईरान से जुड़े ठिकानों पर हमले किए थे. यह तीसरी मौका था जब ब्रिटिश और अमेरिकी सेना ने संयुक्त रूप से हूतियों को निशाना बनाया. 

'बिना जवाबी कार्रवाई नहीं रुकेंगे हमले'अमेरिकी हमलों को लेकर हूती सेना के प्रवक्ता याह्या सारी ने कहा कि राजधानी सना और विद्रोहियों के कब्जे वाले अन्य इलाकों पर कुल 48 हवाई हमले किए गए. याह्या सारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, "ये हमले हमें गाजा पट्टी में दृढ़ फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में हमारे रुख को नहीं बदल सकेंगे. ताजा हमले बिना जवाबी कार्रवाई और बिना सजा पाए नहीं रुकेंगे."

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दो ग्राउंड कंट्रोल स्टेशनों को बनाया निशानावहीं, ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उसने रॉयल एयर फोर्स टाइफून युद्ध विमानों और टोही ड्रोन संचालित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले दो ग्राउंड कंट्रोल स्टेशनों सहित अन्य टारगेट पर हमला किया. एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार यूएस सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) ने रविवार को जानकारी दी कि उसके बलों ने हूती एंटी-शिप मिसाइल पर हमला किया.

इससे पहले अमेरिकी अधिकारियों ने शनिवार (3 फरवरी 2024) बताया कि अमेरिका और ब्रिटेन ने यमन स्थित 30 हूती ठिकानों पर हमला किया. हमले का उद्देश्य ईरान समर्थित समूहों का मनोबल को तोड़ना था.

न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक ये हमले शुक्रवार (2 फरवरी 2024) को इराक और सीरिया में हुए हवाई हमले के बाद हुए थे. इनमें ईरानी समर्थित मिलिशिया और ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड को निशाना बनाया गया था.

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