Protest Against Xi Jinping: 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस की बैठक के परिणाम से पहले ही शी जिनपिंग (Xi Jinping) की ताजपोशी की खबरें सामने आने लगी हैं. बताया गया कि शी जिनपिंग एक बार फिर चीन के राष्ट्रपति बनाए जाएंगे. हालांकि, उनके खिलाफ चीन में विरोध प्रदर्शन भी तेज हो गया है. जिनेवा डेली की रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग में पांच साल में एक बार होने वाली राष्ट्रीय कांग्रेस की शुरुआत से ठीक पहले ही लोगों ने 13 अक्टूबर को देश की सत्तावादी व्यवस्था के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था.


'हम गुलाम नहीं बनना चाहते'


प्रदर्शनकारियों ने तालाबंदी को समाप्त करने का आह्वान किया और कहा कि उन्हें मतदान करने की आवश्यकता है. लोगों ने कहा, "हम गुलाम नहीं बनना चाहते." दरअसल, चीन की जीरो-कोविड पॉलिसी समाज में बढ़ते असंतोष का एक कारण बन गई है. इससे पहले, शंघाई में शून्य-कोविड नीति के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हजारों लोगों को उनके परिवारों और बच्चों से अलग कर दिया गया था. जिनेवा डेली के अनुसार, प्रभावित परिवारों को आवश्यक चिकित्सा इलाज और खाद्य आपूर्ति में भी देरी देखी गई.


चीन ने किया इंटरनेट सेंसर का इस्तेमाल


मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीनी सरकार ने फेंग बिन, चेन क्यूशी, प्रोफेसर चेन झाओझी, चेन मेई और कै वेई सहित दर्जनों ब्लॉगर्स, शिक्षाविदों और कार्यकर्ताओं को चुप कराने के लिए अपने इंटरनेट सेंसर का इस्तेमाल किया. अप्रैल 2020 में वुहान में कोविड के कारण लोगों की कहानियों, साक्षात्कारों और व्यक्तिगत कष्टों को पोस्ट करने के बाद चीनी सरकार ने उन्हें क्रूरता से चुप करा दिया था.


हाई अलर्ट पर चीन


हालांकि, इस वक्त चीन पहले से ही हाई अलर्ट पर है, क्योंकि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का 20वां अधिवेशन जारी है. यह भी तय माना जा रहा है कि शी जिनपिंग तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बनाए जाएंगे. यही कारण है कि चीन में सरकार विरोधी प्रदर्शन अब तेज हो रहा है. द न्यू यॉर्क टाइम्स के अनुसार, विरोध प्रदर्शन की घटना के संबंध में सोशल मीडिया पर इंटरनेट सेंसरिंग तेज हो गई है.


सोशल मीडिया अकाउंट्स को किया जा रहा फ्रीज


कुछ WeChat यूजर्स ने कहा कि जहां प्रदर्शन तेज हुआ वहां की तस्वीरों को साझा करने या उसके बारे में बताने के बाद उनके अकाउंट फ्रीज कर दिए गए. एक हताश यूजर ने "गहरी शर्म" महसूस करने के बारे में लिखा और चार लोगों के साथ एक संदेश समूह में घटना के बारे में लिखी गई टिप्पणियों पर खेद व्यक्त किया.


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