रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के विद्रोहियों के कब्जे वाले दो प्रांतों को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता देने के कानून पर साइन कर दिए. यानी हफ्तों से सीमा पर बरस रहे गोले इसी दिन के लिए थे. टैंक और हवाई जहाजों का युद्धाभ्यास इसी घड़ी के लिए था. दस्तखत से पहले परमाणु मिसाइलों से इसी लिए डराया था. इस दस्तखत के बाद रूस की नजरों में अब लुहांस्क और डोनेस्टक स्वतंत्र देश हैं. राष्ट्रपति पुतिन ने टीवी पर आकर देश को संबोधित करते हुए यह ऐलान किया.


सिर्फ इतना ही नहीं व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर बयानों से वार किया. उन्होंने यूक्रेन को राष्ट्र मानने से भी इनकार दिया. पुतिन ने दावा किया कि यूक्रेन जल्द ही परमाणु बम बनाने की तरफ बढ़ रहा है. रूस के फैसले का दुनिया भर में विरोध हो रहा है. संयुक्त राष्ट्र ने इसे यूक्रेन की संप्रभुता पर हमला माना है. वहीं अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी ने कहा है कि रूस के इस कदम का जवाब दिया जाएगा.


रूस ने बिना गोला बरसाए हमला कर दिया


हमले की भविष्यवाणी थी लेकिन रूस ने बिना गोला बरसाए हमला कर दिया. यूक्रेन के दो हिस्सों को अलग राष्ट्र के तौर पर मान्यता देने का ऐलान किया है. जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फ्रांस के राष्ट्रपति और जर्मनी के चांसलर से फोन पर बात की. रूस के इस कदम की निंदा की और कहा कि रूस को इसका जवाब दिया जाएगा. यूक्रेन के जिन इलाकों को रूस ने दो देशों की मान्यता दी है, अमेरिका ने तुरंत वहां से कारोबारी रिश्तों पर रोक लगा दी. वहीं संयुक्त राष्ट्र ने भी इस कदम को यूक्रेन की संप्रभुता के खिलाफ कदम बताया.


अंतराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार


ब्रिटेन ने इसे अंतराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार दिया. साथ ही यूक्रेन को भरोसा दिया है कि बुरे वक्त में ब्रिटेन उसके साथ है. रूस के इस फैसले पर दुनियाभर में विरोध तेज हुआ है.यूरोपीय संघ ने साफ कर दिया है कि वो और उसके सहयोगी यूक्रेन की मदद के लिए आगे आएंगे. जल्द ही संयुक्त राष्ट्र की आपातकालीन बैठक बुलानी की बात भी कही है.