कुछ दिन पहले (16 अक्टूबर 2020) फ्रांस के पेरिस में एक टीचर का सिर कलम कर दिया गया था. इस घटना को चंद दिन भी नहीं बीते थे कि गुरूवार को एक बार फिर फ्रांस के नीस में एक शख्स ने तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया. लगातार हो रही इन घटनाओं के बाद फ्रांस में इस्लामिक कट्टरपंथियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. वहीं फ्रांस की कार्रवाई के खिलाफ मुस्लिम देशों में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. ऐसे में अब यह मामला वैश्विक चर्चा का विषय बन गया है.


क्यों शुरू हुआ विवाद


हाल ही में पेरिस के नजदीक हाई स्कूल में इतिहास के शिक्षक सैमुअल पैटी का सिर धड़ से इसलिए कलम कर दिया गया था कि उसने शार्ली हेब्दो में छपा विवादित कार्टून छात्रों को दिखाया था. सैमुअल की हत्या के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक सख्त बयान जारी करते हुए इस्लामिक कट्टरपंथ पर नकेल कसने का संकल्प लिया था. मैक्रों ने कट्टरपंथ को बढ़ावा देने वाली मस्जिदों को बंद करने की बात की थी. वहीं मैक्रों के बयान का इस्लामिक दुनिया के कई देशों में विरोध किया गया. इतना ही नहीं मैक्रों के विरोध में फ्रांस के उत्पादों के बायकॉट की अपील की गई थी.


नीस में आतंक पर क्या बोले मैक्रों ?


वहीं नीस में गुरूवार को चर्च में एक शख्स द्वारा तीन लोगों की हत्या के बाद  फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि, ‘फ्रांस फिर से आतंकी हमले का शिकार हुआ है, मैं फ्रांस और दुनिया भर के कैथोलिक के साथ खड़ा हूं  फिर फ्रांस के कैथोलिक पर निशाना साधा जा रहा है’. उन्होंने कहा कि आतंक के शिकार नीस के लोगों के साथ पूरा फ्रांस है, नीस ने इस्लामिक आतंकवाद की मूर्खता झेली है.  हम किसी भी तरह के आतंक के सामने नहीं झुकेंगे. मैक्रों ने कहा कि,’हर धर्म के अनुयायी को अपना धर्म मानने का अधिकार है. फ्रांस में सिर्फ एक समुदाय है और वो हैं फ्रांसीसी. हम अपने मूल्यों की रक्षा के लिए एकजुट हैं.


 फ्रांस में हिंसा का दौर


29 अक्टूबर 2020- नीस में एक शख्स ने चाकू मारकर की तीन की हत्या


16 अक्टूबर 2020 - पेरिस में चेचेन्या मूल के एक शख्स ने टीचर का सिर कलम किया


25 सितंबर 2020 - पेरिस में पाक मूल के शख्स ने चाकू मारकर 2 को घायल किया


 3 अक्टूबर 2019 - पुलिस मुख्यालय में काम करने वाले IT स्पेशलिस्ट ने 4 की हत्या की


 23 मार्च 2018 – द. फ्रांस में गोली मारकर 3 की हत्या, सुपरमार्केट में बंधक बनाया


इस्लामिक मुद्दे पर अमेरिका और भारत फ्रांस के साथ


इन घटनाओं के बाद फ्रांस ने भी इस्लामिक कट्टरपंथियों के खिलाफ कार्रवाई करनी शुरू कर दिया है. लेकिन फ्रांस की इन कार्रवाइयों के खिलाफ मुस्लिम देश खड़े हो गए हैं और इन देशों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन भी हो रहे हैं. वहीं इस बीच इस्लामिक मुद्दे पर फ्रांस को भारत, अमेरिका और यूरोपीय संघ जैसी बड़ी महाशक्तियों का साथ मिल गया है. ऐसे में इस माहौल काफी गरमा गया है और आगे टकराव और तेज होने की आशंका भी तेज हो गई है.


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