Change Name Monkeypox Virus: दुनिया के लगभग 30 देशों में आतंक फैलाने वाला मंकीपॉक्स (Monkeypox) वायरस (Virus) का नाम बदल दिया जाएगा. इस बात की पुष्टि खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने की है. डब्ल्यूएचओ (WHO) ने निर्णय दुनिया भर के वैज्ञानिकों (Scientists) की राय जानने के बाद लिया है. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयस ने कहा कि दुनिया भर के विशेषज्ञ मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox Virus) का नाम बदलने के लिए चर्चा कर रहे हैं. ये नाम तब भेदभावपूर्ण और कलंकित करने वाला बताते हुए वैश्विक आक्रोश के बाद आया है.


महानिदेशक ने मंगलवार को कहा कि हम मंकीपॉक्स वायरस का नाम, इसके समूह और इससे होने वाली बीमारी का नाम बदलने पर हम दुनिया भर के भागीदारों और विशेषज्ञों के साथ काम कर रहे हैं. दरअसल, 30 अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों से मिले एक पत्र के बाद डब्ल्यूएचओ ने यह कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ नए नामों के बारे में जल्द से जल्द घोषणा करेगा.


अफ्रीका से जोड़ा जा रहा मंकीपॉक्स वायरस


पत्र में नाम को तत्काल रूप से बदलने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है. पत्र में लिखा गया है कि लगातार बातचीत और मुद्दे पर विचार-विमर्श करने के बाद ये जरूर समझा जा रहा है कि हम इसे भेदभाव रहित और गैर कलंकित नाम दें. वायरस का नाम बार-बार अफ्रीका से जोड़ा जा रहा है और इसका नामकरण अफ्रीकी पृष्ठभूमि की तर्ज पर होना बिल्कुल गलत है. ये भेदभाव और किसी को कलंकित करना दिखाता है.


दुनिया भर के दर्जनों देश में फैली बीमारी


डब्ल्यूएचओ इस बीमारी का नाम बदलने पर भी काम कर रहा है, जो लंबे समय से पश्चिमी और मध्य अफ्रीका तक सीमित थी. पिछले दो महीनों में, दुनिया भर के दर्जनों देशों में 1,000 से अधिक मामलों का पता चला है.प्रकोप को असामान्य और चिंताजनक बताते हुए  डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने कहा कि इस कारण से  हमने अगले सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमों के तहत आपातकालीन समिति को बुलाने का फैसला किया है, ताकि यह आकलन किया जा सके कि क्या यह प्रकोप अंतरराष्ट्रीय चिंता के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल का प्रतिनिधित्व करता है.


नामकरण कुछ ऐसा किया जाए 


मीडिया (Media) में भी वायरस (Virus) से संबंधित जितनी भी तस्वीरें (Pictures) हैं  उनमें से अधिकतर में अफ्रीकी (African People) नजर आ रहे हैं. हाल ही में अफ्रीका के फॉरेन प्रेस एसोसिएशन (Foreign Press Association) ने एक बयान जारी करके वैश्विक मीडिया (World Media) से महामारी के लिए अफ्रीकी लोगों की तस्वीर (African People Photo) के इस्तेमाल को बंद करने का आग्रह किया. वैज्ञानिकों (Scientists) का मानना है कि बीमारी का नामकरण कुछ ऐसा किया जाए जिससे किसी देश पर नकारात्मक प्रभाव (Negative Effect) न पड़े.


ये भी पढ़ें: WHO on Monkeypox: क्या मंकीपॉक्स का प्रकोप, अंतरराष्ट्रीय हेल्थ इमरजेंसी है? डब्ल्यूएचओ की आपातकालीन बैठक में होगा आकलन


ये भी पढ़ें: Monkeypox Virus: कोरोना के बाद मंकीपॉक्स ने दी दस्तक, कई देश हुए बेहाल