Covid-19 BA.2.86 Variant: एक वक्त कोरोना महामारी की वजह से पूरी दुनिया अस्त-व्यस्त हो चुकी थी. इसकी मार ने पूरे मानव जीवन के विकास को रोक कर रख दिया था. हालांकि, साल 2019 से 2021 तक चली कोरोना के खिलाफ लड़ाई ने मानव जीवन को एक बार फिर से आगे बढ़ाने में मदद की. हालांकि, इस दौरान कई कोरोना के नए-नए वेरिएंट ने बीच-बीच में आकर परेशान भी किया.


हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक प्रमुख अधिकारी ने जानकारी दी कि BA.2.86 नामक एक हाइली म्युटेंट COVID-19 वेरिएंट पाया गया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक BA.2.86 नामक COVID-19 वेरिएंट इज़राइल, डेनमार्क, अमेरिका और ब्रिटेन के अलावा स्विट्जरलैंड और दक्षिण अफ्रीका में पाया गया है. हालांकि, इसकी वजह से बीमार हुए लोगों की संख्या कम है.


गंभीर बीमारी और मौत की संभावना कम
BA.2.86 नामक COVID-19 वेरिएंट सबसे पहले 24 जुलाई को डेनमार्क में पाया गया था, जब एक मरीज गंभीर रूप से बीमार होने के बाद  हॉस्पिटल में भर्ती हुआ था. इस वेरिएंट के मिलने के बाद नियमित रूप से यात्रियों की एयरपोर्ट पर जांच की गई, जिसमें BA.2.86 वेरिएंट पाया गया था. इसके अलावा पानी के टेस्टिंग में भी कोविड-19 के नए वेरिएंट को पाया गया. दुनियाभर के एक दर्जन वैज्ञानिकों ने कहा कि BA.2.86 की निगरानी करना महत्वपूर्ण था, लेकिन टीकाकरण और पूर्व संक्रमण से दुनिया भर में तैयार की गई सुरक्षा को देखते हुए इससे गंभीर बीमारी और मौत की संभावना न के बराबर है.


COVID-19 तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने कहा
WHO में COVID-19 तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने BA.2.86 के संबंध में अपने पहले इंटरव्यू में कहा कि इस होने वाले संक्रमणों की संख्या कम है. उन्होंने कहा कि पता चले मामले जुड़े हुए नहीं हैं, इससे पता चलता है कि यह पहले से ही अधिक व्यापक रूप से फैल हो रहा है.


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