China-Taiwan Tension Row: पूर्वी एशियाई देश ताइवान में चीन के लगभग 45 विमानों के उड़ान भरने के बारे में पता चला है. बुधवार (15 मई, 2024) को वहां के रक्षा मंत्रालय के हवाले से समाचार एजेंसी 'एएफपी' ने जानकारी दी कि  ताइवान के आस-पास चीन के 45 एयरक्राफ्ट्स डिटेक्ट किए गए हैं. 


'वायोन न्यूज' की रिपोर्ट में ताइवान के रक्षा मंत्रालय के बयान के हवाले से बताया गया, "26 विमान ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार कर गए." मंत्रालय की तरफ से यह टिप्पणी ताइवान को चीन से अलग करने वाले 180 किमी (110 मील) जलमार्ग को दो भागों में बांटने वाली रेखा का जिक्र करते हुए आई है. बयान में आगे यह भी बताया कि चीन के विमान डिटेक्ट किए जाने के बाद स्थिति पर नजर रखी गई और उसी के हिसाब से आगे की कार्रवाई की गई.  


ताइवान और चीन के लिए क्यों अहम है यह घटनाक्रम? 


सबसे रोचक बात है कि यह घटनाक्रम ऐसे वक्त पर देखने को मिला है, जब ताइवान में नए राष्ट्रपति लाई चिंग-ते आने वाले (20 मई, 2024 को) हैं. उनके सत्ता में आने से एक हफ्ते से भी कम समय पहले ये विमान वहां देखे गए. ताजा घटनाक्रम में यह भी ध्यान देने वाली बात है कि साल 2024 में 24 घंटे के दौरान ताइवान के पास डिटेक्ट किए गए चीन के विमानों की यह सबसे अधिक संख्या है.


लाई चिंग-ते को "खतरनाक अलगाववादी" मानता है चीन


चीन की ओर से इस तरह की हरकतें नई नहीं हैं. हफ्ते भर पहले भी ताइवान की सीमा के पास चीन की ओर से सैन्य विमानों को भेजा गया था. वैसे, बीजिंग (चीन की राजधानी), लंबे समय से ताइवान को चीन का हिस्सा बताता आया है. हालांकि, लाई चिंग-ते भी मौजूदा राष्ट्रपति की तरह ताइवान पर चीन के दावे को पूर्व में खारिज करते आए हैं. चीन ताइवान में आने वाले नए राष्ट्रपति लाई चिंग-ते को "खतरनाक अलगाववादी" मानता है. जनवरी, 2024 में उनके चुनाव जीतने के बाद से ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों पक्षों के बीच तनाव बहुत अधिक है.


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