Afghanistan News: अफगानिस्तान के लगभग बड़े शहरों में तालिबान का कब्जा हो चुका है. अमेरिका ने जैसे ही अपनी सेना को वहां से वापस बुलाना शुरू किया, तालिबान ने पूरे मुल्क में अपने पैर पसारने शुरू कर दिए. नतीजा ये हुआ कि अब तालिबान अगानिस्तान की राजधानी काबुल तक दस्तक दे चुका है. लेकिन यहां ये जिक करना जरूरी है कि अभी अफगानिस्तान की जो हालत है, ऐसा अमेरिका ने तो बिल्कुल नहीं सोचा था.


इन सबके बीच, अफगान अधिकारी ने ताजा बयान में कहा है कि तालिबान वार्ताकार सत्ता ‘हस्तांतरण’ की तैयारी के लिए राष्ट्रपति भवन जा रहे हैं. तालिबान के लड़ाकों ने राजधानी काबुल के बाहरी इलाकों में रविवार को प्रवेश कर लिया. चरमपंथियों की देश पर मजबूत होती पकड़ के बीच, घबराए सरकारी कर्मचारी दफ्तरों को छोड़कर भाग निकले.


कुछ दिनों पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तालिबान को लेकर बयान दिया था. उन्होंने अपने बयान में इस बात की उम्मीद जताई थी कि अमेरिकी सेना के वापस बुलाने के बाद तालिबान अफगानिस्तान पर अपनी पकड़ मजबूत नहीं कर पाएगा. लेकिन इसका ठीक उल्टा हुआ और आज स्थिति पूरी दुनिया के सामने है. शनिवार को ही बाइडेन ने 11 सितंबर से पहले अफगानिस्तान से अपने सभी बलों की वापसी संबंधी अपनी योजनाओं में किसी भी बदलाव से इनकार किया.


वहीं, देश में तालिबान के बढ़ते प्रसार के बीच शनिवार को पहली बार अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश को संबोधित किया था. अपने संबोधन में उन्होंने कहा था कि हमारे देश में हालात खराब हैं और देश खतरे में है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा था कि तालिबान को और हिंसा फैलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी लेकिन स्थिति बेहद गंभीर हो चुकी है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि अब स्थिति काबू से बाहर हो चुकी है.


अफगानिस्तान: काबुल में घुसे तालिबान के लड़ाके, कहा- जबरदस्ती कब्जा करने का नहीं इरादा, मंत्री बोले- शांतिपूर्वक होगा सत्ता हस्तांतरण