यूरोपीय संघ की पुलिस एजेंसी ने यात्रियों को संगठित अपराध गिरोहों से सावधान रहने की ताकीद की है. उसका कहना है कि गिरोह फर्जी कोविड-19 की जांच रिपोर्ट बेचने की कोशिश कर रहे हैं. यूरोपोल ने चेतावनी जारी कर दावा किया है कि इस काम में कई संगठित अपराध गिरोह सक्रिय हैं जो फर्जी प्रमाण पत्र बेचने के काम में लगे हैं. जाली कोविड-19 सर्टिफिकेट के आधार पर मुसाफिर यात्रा प्रतिबंधों से बचने में सक्षम हो जाते हैं.


जाली कोविड-19 निगेटिव की जांच रिपोर्ट बेचनेवाला गिरोह सक्रिय


एजेंसी ने बताया, "ब्रिटेन में खुफिया जानकारी के आधार पर धोखेबाजों को 100 पाउंड में बोगस कोविड-19 टेस्ट सर्टिफिकेट बेचते पकड़ा गया है. नकली सर्टिफिकेट पर असली लैब का नाम फर्जी तरीके से लिखा गया था." आपको बता दें कि कई संदिग्धों का भंड़ाफोड़ करने के बाद पुलिस विभागों की तरफ से चेतावनी सामने आई है. उनका कहना है कि संदिग्धों को एयरपोर्ट पर, खासकर ब्रिटेन और फ्रांस में नकली कोविड-19 निगेटिव सर्टिफिकेट बेचने की कोशिश पर पकड़ा गया.


यूरोपीय संघ के सदस्य देश आपस में जानकारी साझा करें- यूरोपोल


स्पेन और नीदरलैंड्स में ये समूह चुनिंदा मोबाइल मैसेजिंग एप और चैट ग्रुप से ऑनलाइन धंधे को संचालित कर रहा था. यूरोपोल ने बयान में कहा, "जब तक महामारी के चलते यात्रा पर प्रतिबंध लागू है, हो सकता है ये अपराधी फर्जी कोविड-19 जांच रिपोर्ट को बनाने और बेचने के लिए मौके का फायदा उठाएं." तकनीक के आविष्कार और उच्च गुणवत्ता वाले प्रिंटर की मदद से इन सर्टिफिकेट्स पर प्रिटिंग करना अब ज्यादा आसान हो गया है.


उसने बताया कि एक धोखेबाज को स्पेन में ऑनलाइन 40 यूरो के बदले जाली दस्तावेज बेचते पकड़ा गया है. उसके अलावा नीदरलैंड्स में मोबाइल मैसेजिंग एप के जरिए वही काम करते हुए चंद अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. कथित रूप से इस काम में शामिल एक आयरिश अपराधी गिरोह की पहचान की गई है. लिहाजा, यूरोपीय संघ के सदस्य देशों का आह्वान किया जाता है कि जाली कोविड-19 जांच रिपोर्ट से संबंधित आपराधिक गतिविधियों पर जानकारी आपास में साझा करें.


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