UK Former Ambassador In Myanmar Jailed: म्यांमार में ब्रिटेन (Britain) की पूर्व राजदूत (Ambassador) रही विक्की बोमन (Vicky Bowman) और उनके पति बर्मी कलाकार हेटिन लिन (Htein Lin) को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया था. पति-पत्नी को म्यांमार के सैन्य प्राधिकरण (Military Authorities) ने एक-एक साल की जेल की सजा सुनाई है. गौरतलब है कि ये दंपति पहले से ही इस देश में राजनीतिक (Political Prisoner) कैदी हैं.


घर से ही कर लिया गिरफ्तार


म्यांमार में ब्रिटेन की पूर्व राजदूत विक्की बोमन और उनके पति हेटिन लिन पहले से ही इस देश की सरकार की आंखों में खटकते रहे हैं. धारा प्रवाह बर्मी बोलने वाली विक्की म्यांमार के एक छोटे से अंतरराष्ट्रीय समुदाय की एक मशहूर सदस्य हैं. पति-पत्नी पर म्यांमार के आव्रजन कानूनों (Immigration Laws) के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. उन्हें इस आरोप के तहत सैन्य अधिकारियों ने एक-एक साल जेल की सजा सुनाई है. इस दंपति को पिछले सप्ताह यांगून (Yangon) में उनके घर से गिरफ्तार किया गया था. कहा जा रहा है कि पति-पत्नी के गिरफ्तार होने और सजा में केवल आव्रजन कानून तोड़ना ही एक वजह नहीं है. बल्कि ऊपर से ये मामला जैसा दिख रहा है वैसा है नहीं, क्योंकि म्यामांर में विदेशियों पर शायद ही कभी आव्रजन कानून तोड़ने को लेकर मुकदमा चलाया गया हो. इस गिरफ्तारी के मूल में राजनीतिक चिताएं अधिक दिखाई पड़ती हैं.


32 साल पहले आईं म्यांमार 


आज से 32 साल पहले 1990 में जब विक्की बोमन एक जूनियर राजनयिक (Junior Diplomat) बनकर म्यांमार आई होंगी तब उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि उन्हें यहां गिरफ्तारी और जेल का भी सामना करना पड़ेगा. साल 2002-2006 में वह इस देश में ब्रिटेन की राजदूत बनकर वापस लौंटी थीं. वह अब यांगून में म्यांमार सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिबल बिजनेस (Myanmar Centre for Responsible Business) चलाती हैं. उन्हें और उनके पति को तब हिरासत में लिया गया जब वे शान (Shan) राज्य में अपने घर से शहर लौटे. सैन्य अधिकारियों ने उन दोनों पर विक्की के एक अलग पते पर रहने और उस पते को रजिस्टर न करने का आरोप लगाया. 


पति भी रहे हैं राजनीतिक कैदी


विक्की बोमन के पति हेटिन लिन एक मशहूर कलाकार हैं और पहले एक राजनीतिक कैदी भी रह चुके हैं. वह ऑल बर्मा स्टूडेंट डेमोक्रेटिक फ्रंट (All Burma Student's Democratic Front) के सदस्य थे. ये एक सशस्त्र प्रतिरोध समूह था. जो 1988 में सैन्य जुंटा (Junta) के खिलाफ लोकप्रिय छात्र-नेतृत्व वाले विद्रोह के बाद बनाया गया था. जुंटा से मतलब यहां देश पर बलपूर्वक शासन करने वाले सैन्य अधिकारियों से है. विक्की और हेटिन शादी करने के बाद लंदन (London) चले गए थे और  साल 2013 में ही यांगून वापस लौटे.


ब्रिटेन म्यांमार में सैन्य अधिकारियों पर लगाए प्रतिबंध


गौरतलब है कि इस जोड़े की गिरफ्तारी तब हुई जब ब्रिटेन ने हाल ही में म्यांमार में सैन्य अधिकारियों के खिलाफ प्रतिबंधों का एलान किया. इत्तेफाकन ये उस वक्त हुआ जब देश में रोहिंग्या मुसलमानों (Rohingya Muslims)पर की गई घातक कार्रवाई की पांचवीं वर्षगांठ थी. साल 2017 में हुए हमले में 6,000 से अधिक लोग मारे गए और इस हमले के पहले कुछ महीनों में ही सैकड़ों हजारों लोग विस्थापित हो गए. इनमें से अधिकांश लोग सीमा पार कर बांग्लादेश (Bangladesh) भाग गए. गौरतलब है कि इससे पहले शुक्रवार को ही म्यांमार की एक सैन्य-संचालित अदालत ने भी पूर्व नेता आंग सान सूची (Aung San Suu Kyi)  को चुनावी धोखाधड़ी के आरोप में तीन साल की और जेल की सजा सुनाई थी.


साल 2023 तक सैन्य शासन


गौरतलब है कि म्यांमार के सैन्य शासन (Military Regime) पर बड़े स्तर पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. यहां अगस्त की शुरुआत में सेना के जनरलों ने अपने आपातकालीन शासन को 2023 तक बढ़ा दिया, जबकि ये देश पहले ही आंतरिक लड़ाई का सामना कर रहा है. यहां जुंटा ने बीते साल आंग सान सूची की लोकतांत्रिक तौर पर चुनी गई सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद सत्ता पर कब्जा जमा लिया था. बीते साल तख्तापलट के बाद विक्की बोमन ने म्यांमार में रहने का फैसला किया था.


हालांकि वो कोई भी सार्वजनिक टिप्पणी करने में सावधानी बरतती है जो सैन्य सरकार को उत्तेजित कर सकती थी. उन्हें आव्रजन नियमों के मामूली उल्लंघन से तो गिरफ्तार और सजा नहीं दी गई है. इसके पीछे कोई और ही कारण दिखाई पड़ता है. इससे पहले भी इस देश में कई विदेशियों ने वीजा से अधिक समय बिताया है, अक्सर कई महीनों तक, या अधिकारियों को सूचित किए बगैर पते बदल दिए हैं, लेकिन म्यांमार में ऐसे अपराधों के लिए मुकदमा लगभग अनसुना है. इस मामले मेें आमतौर पर एक छोटा सा जुर्माना मामले को सुलझा देने के लिए काफी होता है. 


 विक्की और हेटिन लिन को जेल क्यों?


हो सकता है कि  तख्तापलट के बाद भी म्यांमार में रहने वाली सबसे मशहूर ब्रिटिश नागरिक विक्की बोमन को ब्रिटिश सरकार के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए एक सटीक टारगेट के तौर पर देखा जा सकता है. ब्रिटेन ने म्यांमार के सैन्य शासन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है और ब्रिटेन में म्यांमार के वर्तमान राजदूत को देश से निष्कासित कर दिया गया है.  यह भी संभव है कि जुंटा को डर था कि विक्की के काम ने उसे दागदार सैन्य-लिंक्ड कंपनियों की संवेदनशील जानकारी या छुपे हुए बुरे कामकाज के बारे में बहुत जानकारी दे दी है.


विक्की बोमन हमेशा से ही मुखर रही है. उन्होंने सैन्य सरकार के उठाए गए कुछ कदमों की भी आलोचना की है जिन्होंने यहां अर्थव्यवस्था पर असर डाला है.  उन्होंने तख्तापलट के बाद से म्यांमार के कई सेमिनारों में ये बात की है, हालांकि आम तौर पर वह सैन्य सरकार की किसी भी खुली आलोचना से बचने के लिए हमेशा सावधान रही हैं.


उनकी गिरफ्तारी में उनके पति भी एक वजह हो सकते हैं. क्योंकि हेटिन लिन तथाकथित 88 पीढ़ी के असंतुष्टों के एक अहम सदस्य थे.  जिन्होंने 1990 के दशक की शुरुआत में छह साल जेल में बिताए थे, हालांकि हाल के वर्षों में उन्होंने लो राजनीतिक प्रोफ़ाइल रखी है और वो अब एक कलाकार के रूप में बेहतर जाने जाते हैं. यहीं सब वजहें हो सकती हैं कि साधारण से आरोप पर उन्हें इतनी गंभीर सजा का सामना करना पड़ा हो. इस मामले में म्यांमार की सेना के बेहद कम जानकारी दिए जाने की वजह से उसके इरादों को भांपना थोड़ा मुश्किल है.



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