Venezuela-Guyana Conflict: वेनेजुएला और गुयाना के बीच विवादित और तेल भंडार से भरे हुए एस्सेक्विबो क्षेत्र को टेंशन चल रही है. दोनों देश इस क्षेत्र को लेकर जंग के मैदान में उतरने को तैयार हो गए. हालांकि, ऐसा लग रहा है कि इस क्षेत्र को लेकर चल रहा विवाद सुलझ सकता है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि दक्षिण अमेरिका के दो देश वेनेजुएला और गुयाना एस्सेक्विबो क्षेत्र के हालात पर एक उच्च स्तरीय बैठक के लिए सहमत हो गए हैं. 


दरअसल, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लुला डी सिल्वा, सेंट विंसेंट एंड ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री राल्फ गोंसाल्वेस और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने इस बैठक के लिए दोनों देशों को सहमत करवाया है. पिछले हफ्ते जनमत संग्रह के बाद इस इलाके को कब्जाने के लिए वेनेजुएला पूरी तरह से तैयार हो गया. एस्सेक्विबो क्षेत्र गुयाना के कुल क्षेत्रफल का दो-तिहाई हिस्सा है, जहां एक लाख से ज्यादा लोग रहते हैं. वेनेजुएला इस पर लंबे समय से दावा करता आया है.


कहां और कब होगी बैठक? 


सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, वेनेजुएला और गुयाना के बीच हाई-लेवल मीटिंग 14 दिसंबर को सेंट विंसेंट एंड ग्रेनेडा में होने वाली है. प्रधानमंत्री राल्फ गोंसाल्वेस के जरिए वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली को इस संबंध में चिट्ठी भेजी गई है. इस चिट्ठी में कहा गया है कि दोनों देशों को संघर्ष को कम करने और आमने-सामने आकर बातचीत शुरू करने की तत्काल जरूरत है. टकराव रोकने की दिशा में इसे पहला कदम माना जा रहा है. 


सेंट विंसेंट एंड ग्रेनेडा ने यह भी कहा कि बैठक में भाग लेने के लिए ब्राजील के लूला को आमंत्रित किया जाएगा. ब्राजील दोनों देशों और विवादित एस्सेक्विबो क्षेत्र के साथ बॉर्डर शेयर करता है. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुतारेस ने पहले ही चेतावनी दी थी कि एस्सेक्विबो को लेकर चल रहे विवाद को पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीकों के माध्यम से सुलझाया जाना चाहिए. उन्होंने दोनों देशों से अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के साथ काम करने का आग्रह किया. 


यह भी पढ़ें: वेनेजुएला-गुयाना में तेल को लेकर हुई 'तकरार', क्या दक्षिण अमेरिका में छिड़ने वाली है जंग? जानिए भारत पर क्या होगा असर