Afghanistan News: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद 21 देशों ने संयुक्त बयान जारी कर वहां की महिलाओं और लड़कियों को लेकर चिंता जाहिर की है. बयान में कहा गया है कि हम अफगानी महिलाओं और लड़कियों, उनके शिक्षा, काम और आवाजाही की स्वतंत्रता के अधिकारों के बारे में बहुत चिंतित हैं. हम अफगानिस्तान में सत्ता में बैठे लोगों से उनकी सुरक्षा की गारंटी देने का आह्वान करते हैं.
जिन देशों ने ये बयान जारी किया है उसमें अल्बेनिया, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चिली, कोलंबिया, कोस्टा रीका एक्वाडोर, एल सेलवाडोर यूरोपियन यूनियन, होन्डुरस, ग्वाटेमाला, नॉर्थ मैकेडोनिया, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, पराग्वे, सिनेगल, स्विजरलैंड, यूके और अमेरिका शामिल है.
बयान में कहा गया कि सभी अफगानी महिलाएं, लड़कियां और लोग सुरक्षित रहने के हकदार हैं. किसी भी तरह का भेदभाव और हिंसा रोकी जानी चाहिए. वैश्किव समुदाय में हम उन्हें मानवीय सहायता देने के लिए तैयार खड़े हैं ताकि उनकी आवाज सुनी जा सकें.
21 देशों ने अपने साझा बयान में ये भी कहा कि हम इस बात पर करीबी नजर रखेंगे कि पिछले 20 सालों में जो अधिकार और आजादी अफगानी महिलाओं और लड़कियों के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं, नई सरकार उसे कैसे सुनिश्चित करती है.
बता दें कि तालिबान के डर से कई दिन तक घर के भीतर रही अफगानिस्तान की महिला अधिकारों की एक कार्यकर्ता ने मंगलवार को पहली बार इतने दिनों में बाहर कदम रखा. कार्यकता और उनकी बहन ने अपना सिर दुपट्टे से ढका हुआ था और वे बाजार में नजर आने वाली अकेली महिलाएं थीं जहां उन्हें कुछ शत्रुता से घूरती नजरों का सामना करना पड़ा.
देश के तीसरे सबसे बड़े शहर, हेरात में लड़कों के साथ-साथ लड़कियां भी उम्मीद से उलट स्कूल लौटने लगीं लेकिन तालिबान लड़ाकों ने स्कूल के दरवाजे पर ही उन्हें हिजाब और सिर ढंकने का रुमाल देना शुरू कर दिया था. राजधानी काबुल में, एक महिला समाचार एंकर ने टीवी स्टूडियो में तालिबान के एक अधिकारी का साक्षात्कार लिया जो ऐसा दृश्य था जिसकी एक वक्त में कभी कल्पना करना भी मुश्किल था.
तेजी से हमले कर देश पर कब्जा करने के कुछ दिनों बाद तालिबान ने ज्यादा उदार रुख दिखाने का प्रयास किया जिसके तहत उसने महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने और उन्हें सरकार में शामिल होने का आमंत्रण दिया है. तालिबान के आश्वासनों को लेकर संदेह से भरी कुछ अफगान महिलाएं उनके इन आश्वासनों को होशियार रहकर जांच रही हैं.
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