America On Al-Zawahiri Killing: अमेरिका (America) ने ड्रोन हमले (Drone Attack) में आतंकियों का सरगना अल कायदा चीफ अयमान अल-जवाहिरी (Al Qaeda Chief Ayman Al-Zawahiri) को मारा गिराया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (US President Joe Biden) ने सोमवार को इस बात की पुष्टि की. अल-कायदा प्रमुख की मौत के बाद से अमेरिका अपनी पीठ थपथपाने में है.


वहीं 9/11 के साजिशकर्ता जवाहिरी की मौत को लेकर एबीपी न्यूज ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेड तरार (US State Department spokesman Jade Tarar) के साथ खास बातचीत की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एबीवी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि अल-कायदा प्रमुख की मौत आंतकवाद को पनाह देने वालों के लिए एक संदेश है. जेड तरार ने जवाहिरी की मौत के अलावा अमेरिका और चीन के बीच ताइवन को लेकर चल रही तनातनी के बारे में भी अपना पक्ष रखा.


अमेरिका आतंकियों को ढूंढ कर करेगा उनका सफाया


अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेड तरार ने अल-कायदा प्रमुख की मौत के सवाल पर कहा कि, "अमेरिकी राष्ट्रपति को आपने सुना होगा, उन्होंने साफ कर दिया है कि अमेरिका आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करता रहेगा. अमेरिका के खिलाफ हथियार उठाने वाले आतंकियों को ढूंढ निकलता रहेगा और सख्त कार्रवाई करता रहेगा.''


उन्होंने अपने इंटरव्यू में आगे कहा कि इस समय वह बहुत ज़्यादा ऑपरेशनल डीटेल्स हम साझा नहीं कर सकते हैं. इसलिए मैं अधिक कुछ नहीं कहूंगा. लेकिन राष्ट्रपति बाइडेन ने साफ कर दिया है कि अमेरिका के पास यह क्षमता है कि वो इस तरह के ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है.


आतंकवाद को पनाह देने वालों को संदेश


अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि आतंकवाद को पनाह देने वालों के लिए भी यह संदेश है. उन्होंने कहा आतंकवादियों को ढूंढना एक लंबी प्रक्रिया होती है. इसमें समय लगता है. लेकिन यह भी साफ है कि समय कितना भी लगे हम छोड़ेंगे नहीं. आतंकवाद को खत्म करना तो शायद मुश्किल है लेकिन हमारी कोशिश है कि हम लगातार यह कोशिश करते रहें कि आतंकी नेटवर्क को कमज़ोर कर सकें, उसका जो भी नेतृत्व है या बन रहा है उसे खत्म करें.


पहले भी ताइवान के दौरे होते रहे हैं


अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेड तरार ने ताइवन को लेकर चीन और अमेरिका के बीच चल रही तनातनी को लेकर कहा कि मुझे नहीं लगता कि ताइवान के दौरे और काबुल की कार्रवाई को जोड़कर नहीं देखना चाहिए. यह दोनों अलग घटनाएं हैं. 


उन्होंने कहा चीन को हम लगातार यही संदेश दे रहे हैं कि इस दौरे को बेवजह तूल ना दें. क्योंकि यह कोई पहली बार नहीं है जब कोई अमेरिकी अधिकारी ताइवन का दौरा कर रहा है इससे भी अमेरिकी अधिकारी यहां का दौरा करते रहे हैं.  


चीन बेवहजह मामले को तूल देने से बचे


हम साफ करना चाहते हैं कि अमेरिका एक-चीन नीति को मानता है. ताइवान को चीन का हिस्सा भी मानता है. लेकिन यह भी साफ कर दिया कि इंडो पैसिफिक के इलाके में अमेरिका एक मुक्त व्यवस्था चाहता है. इसीलिए हम चाहते हैं कि चीन भी इसका सम्मान करें. बेवजह मामले को तूल न दे. अमेरिका और चीन के रिश्ते महत्वपूर्ण हैं और शांति बनी रहे हैं केवल दोनों देशों के ही हाथ में नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए अच्छा है.


इसे भी पढ़ेंः-


Al-Zawahiri Killed: अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया अलकायदा का चीफ अल-जवाहिरी, बाइडेन बोले- अब इंसाफ हुआ


अब Aadhaar से लिंक होगी आपकी Voter ID, चुनाव आयोग ने शुरू किया अभियान, जानें क्या है खास