वॉशिंगटन: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए वोटिंग जारी है. ऐसे समय में कुछ अराजक तत्व चुनाव को प्रभावित करने के लिए लोगों में गलत जानकारी फैला रहे हैं. खबर सामने आ रही है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने के लिए कुछ खास जगहों पर लोगों को घर से निकलने से रोका जा रहा है. अमेरिका के कई हिस्सों में फोन कॉल्स के जरिए वोटर्स को डराने और उनपर दबाव डालने का मामला सामने आया है. अमेरिकी एजेंसी एफबीआई ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है.


दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने के लिए फोन कॉल्स करके लोगों को कहा जा रहा है कि मतदान बूथ पर भीड़ होने के कारण मतदान के समय को बढ़ा दिया गया है. जिससे आने वाले कल में भी मतदान किया जा सकता है. इसके साथ ही लोगों को मतदान बूथ पर भीड़ को नियंत्रण करने के लिए लोगों को घर में रहने की अपील की जा रही है.





इस पर मिशीगन की अटॉर्नी जनरल डैना नसेल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. अटॉर्नी जनरल डैना नसेल ने ट्वीट के माध्यम से बताया है कि लोगों को फोन कॉल्स करके भटकाया जा रहा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि फोन कॉल्स करके लोगों को मतदान बूथ पर भीड़ के होने का झूठ फैलाया जा रहा है. उनका कहना है कि किसी भी बूथ में किसी भी तरह की कोई भीड़ नहीं लगी है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह घरों से नुकल कर मतदान करें और किसी भी तरह के फर्जी फोन कॉल्स पर भरोसा न करें.


मिशीगन की अटॉर्नी जनरल डैना नसेल को भी फेक फोन कॉल्स की रिपोर्ट मिली है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ''ऐसी रिपोर्ट मिली है कि लोगों को गुमराह करने के लिए उनके पास फोन कॉल्स आ रही हैं. उनसे आज की जगह कल वोट करने के लिए कहा जा रहा है, क्योंकि आज लंबी लाइन लगी हुई है. लेकिन ऐसा नहीं है, क्योंकि कोई लंबी लाइन नहीं लगी है. आज के बाद वोटिंग नहीं होगी. झूठ पर भरोसा ना करें.''


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