अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गुरुवार (25 सितंबर,2025) को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से ओवल ऑफिस में मुलाकात करेंगे. यह वही पाकिस्तान है जिसे ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में 'आतंकी ठिकाना' और 'अमेरिका को धोखा देने वाला देश' बताया था. व्हाइट हाउस ने इस बैठक का समय शाम 4:30 बजे (EST) तय किया है, जो भारतीय समयानुसार शुक्रवार सुबह 2 बजे होगा. यह मुलाकात तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान से बैठक और लंच के बाद होगी.

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पाकिस्तानी नेतृत्व से लगातार संपर्कशरीफ ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में इस्लामिक-अरब देशों के नेताओं से मुलाकात के दौरान ट्रंप से भी बातचीत की थी. इससे पहले पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर दो बार अमेरिका दौरे पर गए थे और उन्हें व्हाइट हाउस में लंच का न्योता भी मिला. इस दौरान मुनीर ने ट्रंप को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने के लिए 'नोबेल पुरस्कार' देने की भी मांग की.

खनिज और अफगानिस्तान में अमेरिकी रुचिअमेरिका को चीन पर निर्भरता कम करने के लिए दुर्लभ खनिजों की तलाश है. इसी कड़ी में मिसौरी स्थित यूएस स्ट्रैटेजिक मेटल्स ने पाकिस्तान की नेशनल लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन के साथ 500 मिलियन डॉलर का करार किया है. इसके तहत कोबाल्ट, निकल, कॉपर और रेयर अर्थ एलिमेंट्स की माइनिंग और रीसाइक्लिंग होगी. इसके अलावा पाकिस्तान अमेरिका के लिए अफगानिस्तान में बगराम एयरबेस तक पहुंच का 'गेटवे' भी माना जा रहा है.

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ट्रंप का पुराना रुख और मौजूदा बदलाव

पहले कार्यकाल में ट्रंप ने पाकिस्तान पर धोखा देने और आतंकियों को सुरक्षित पनाह देने के आरोप लगाए थे. जनवरी 2018 में उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि अमेरिका ने पाकिस्तान को 15 साल में 33 अरब डॉलर की मदद दी, लेकिन बदले में सिर्फ 'झूठ और फरेब' मिला. नवंबर उसी साल उन्होंने मदद रोकने की घोषणा की थी. लेकिन अब पाकिस्तान ने ट्रंप को खनिज संपदा, क्रिप्टो डील और 'नोबेल पुरस्कार' की पेशकश कर तस्वीर बदल दी है.

अमेरिकी मीडिया की प्रतिक्रियाट्रंप के दावों पर अमेरिकी लेट-नाइट शो ने जमकर तंज कसा. CBS के स्टीफन कोलबर्ट ने कहा, 'ट्रंप कहते हैं उन्होंने सात महीने में सात युद्ध खत्म किए. यह वैसा ही है जैसे मैं कहूं कि मैंने सात बर्गर खाकर सात किलो वजन घटा लिया.'