अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के बीच आज पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट शुरू हो गई है. दोनों नेता एक-दूसरे की आलोचनाएं कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति को लेकर ट्रंप और बाइडेन के बीच तीखी बहस हुई. सुप्रीम कोर्ट में जज की रिपब्लिकन विचारधारा की जज एमी बैरेट की नियुक्ति को लेकर सवाल पर ट्रंप ने कहा, 'हमने चुनाव जीता है, इसलिए हमे उन्हें चुनने का अधिकार है. वो हर तरीके से काबिल हैं. मुझे लगता है कि वो अच्छा करेंगीं.' इसपर डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने कहा, 'मैं न्याय के विरोध में नहीं हूं.'


कोरोना महामारी और वैक्सीन पर बहस
अमेरिका कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. इस बीच डोनाल्ड ट्रंप कई बार चुनाव से पहले अक्टूबर महीने के अंत तक कोरोना वैक्सीन आने का दावा कर चुके हैं. इसपर भी बाइडेन ने ट्रंप पर हमला बोला है. बाइडेन ने कहा, 'ट्रंप ने जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन लाने के लिए वैज्ञानिकों पर दबाव डाला. मुझे ट्रंप पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है.' इस पर ट्रंप ने कहा, "आपके पास जल्द ही वैक्सीन होगी."


जो बाइडेन और ट्रंप की बहस में भारत का भी जिक्र हुआ है. जब जो बाइडेन ने ट्रंप पर अमेरिका में सबसे ज्यादा मौत और कोरोना महामारी से निपटने में नाकाम रहने का आरोप लगाया, तो ट्रंप ने जवाब में कहा कि उनकी सरकार ने महामारी का अच्छे से सामना किया है. ट्रंप ने आगे कहा, 'कोरोना से मौत का आंकड़ा सबसे ज्यादा इसलिए है क्योंकि अमरिका सही आंकड़े दे रहा है. जबकि चीन, रूस और भारत मौत के सही आंकड़े नहीं दे रहे.'





ट्रंप ने जो बिडेन के मास्क पहनने को लेकर मजाक बनाया. ट्रंप ने कहा, 'मैं हर समय अपनी जेब में मास्क रखता हूं, जब जरूरत होती है तब पहनता हूं. बिडेन की तरह हर समय मास्क नहीं पहनता हूं. जब भी आप उन्हें देखते हैं, वो मास्क पहने रहते हैं. अगर वह मुझसे 200 फीट की दूरी पर हैं, तो शायद यही सबसे बड़ा मास्क है.'





1960 में हुई थी अमेरिका में पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले बहस की शुरुआत बहस 26 सितंबर 1960 को हुई थी. तब जॉन एफ केनेडी (लेफ्ट) और रिचर्ड निक्सन (राइट) के बीच बहस हुई थी. इसके 16 साल बाद 1976 से अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों की बहस होना शुरू हुई. तब गेरोल्ड फोर्ड और जिमी कार्टर के बीच बहस हुई थी जिसके बाद अमेरिका में हवा बदल गई और कार्टर ने बढ़त ले ली.


परंपरा के मुताबिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के बीच तीन बहस होती हैं और एक बहस उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के बीच होती है. शुरुआत में ये बहस दो पार्टियों के बीच समझौते के आधार पर होती था, 90 के दशक के दौरान कमिशन फॉर प्रेसिडेंशियल डिबेट्स बनाया गया जो ये बहस आयोजित करवाता है.


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