US Warships Enter Taiwan Strait: अमेरिकी नौसेना (US Navy) के दो जंगी जहाजों (Warships) ने रविवार को ताइवान जलडमरूमध्य (Taiwan Strait) में प्रवेश किया. इस पर चीन (China) ने इस पर आपत्ति जताई है. अमेरिका (America) का कहना है कि समंदर और आसमान में जहां भी अंतरराष्ट्रीय कानून (International Law) उसे ऐसा करने की इजाजत देते हैं, वहां उसकी सेना नहीं रुकेगी. 


जलडमरूमध्य दरअसल, समंदर का वो इलाका है, जो चीन से ताइवान को अलग करता है. इसका फैलाव 180 किलोमीटर में है. वहीं, चीन ताइवान पर अपना अधिकार बताता है और इसके आसपास के समंदर को अपना आंतरिक हिस्सा मानता है. जलडरूमध्य में अमेरिकी जंगी जहाजों के घुसने पर चीन ने कहा है कि वह घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं और किसी भी उकसावे को विफल करने के लिए तैयार है. 


ताइवान के पानी में जहाज भेजने पर अमेरिका का रुख


अमेरिकी हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद अमेरिकी नौसेना के जहाज पहली बार इस क्षेत्र से गुजरे. पेलोसी की यात्रा ने चीन को उकसा दिया था और उसने ताइवान के आसपास भारी युद्धाभ्यास किया था. यूएसएस एंटीएटम और यूएसएस चांसलर्सविल नामक अमेरिकी नौसेना के दोनों जहाज गाइडेड मिसाइल सिस्टम से लैस हैं. दोनों जहाज रविवार को जलडमरूमध्य में जब दाखिल हुए तो जापान में अमेरिका के सातवें बेड़े ने एक बयान में कहा कि पानी में जहां नेविगेशन और ओवरफ्लाइट की उच्च स्वतंत्रता अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार लागू होती है, वहां जहाजों का पारगमन जारी था और अब तक विदेशी सैन्य बलों ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया है."


क्या बोले जॉन किर्बी


अमेरिका सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने मीडिया से कहा कि अमेरिकी नौसेना के जहाज किसी भी तटीय देश के समुद्री इलाके से बाहर थे. उन्होंने कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य के जरिये जहाजों का पारगमन एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. किर्बी ने कहा, ''संयुक्त राज्य की सेना कहीं भी उड़ती है, पानी पर तैरती है और संचालित करती है, जहां अंतरराष्ट्रीय कानून इसकी अनुमति देता है." किर्बी ने यह भी कहा कि इन जहाजों की समुद्री यात्रा की योजना बहुत पहले बना ली गई थी. 


अमेरिकी कदम पर चीन की आपत्ति


चीनी सेना की पूर्वी थियेटर कमान ने कहा कि वह सतर्कता बनाए हुए दोनों जहाजों की मॉनिटरिंग कर रही है और किसी भी उकसावे को विफल करने के लिए तैयार है. अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक, समुद्र तट से 12 मील यानी 22.2 किलोमीटर तक पानी का विस्तार किसी देश की क्षेत्रीय जल सीमा होती है. इससे पहले 19 जुलाई को अमेरिकी नौसेना का यूएसएस बेनफोल्ड जहाज ताइवान जलडमरूमध्य में पहुंचा था. तब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की पूर्वी थिएटर कमांन के प्रवक्ता शी यिन ने कहा था कि अमेरिका लगातार उकसावे और दिखावे के काम कर रहा है. उन्होंने कहा था कि अमेरिका ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता का विनाशक और इस क्षेत्र में सुरक्षा जोखिमों का निर्माता है.


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