Turkey Made Tank: तुर्किये लगातार एशिया में अपनी पैठ मजबूत करता जा रहा है. अभी तक तुर्किये सिर्फ ड्रोन की सप्लाई करता था, लेकिन अब तुर्किये मेड टैंक भी एशिया में आने लगे हैं. हाल ही में इंडोनेशियाई सेना ने तुर्किये के टैंक को अपनी सेना में शामिल किया है. तुर्किये स्थित इंडोनेशिया के दूतावास ने घोषणा करते हुए बताया कि इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो ने तुर्किये मेड 10 टैंकों को अपनी सेना में शामिल किया है. इस टैंकों को कपलान या टाइगर के नाम से जाना जाता है.


इंडोनेशिया और तुर्किये बना रहे टैंक
दूतावास ने अपनी घोषणा में बताया कि मध्यम वजन के टैंकों का निर्माण इंडोनेशियाई कंपनी पीटी पिंडड और तुर्की की कंपनी FNSS ने किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2015 में इंडोनेशिया और तुर्किये ने एक समझौता किया था, जिसके तहत संयुक्त रूप से मध्यम वजन वाले टैंक के विकास और उत्पादन के लिए काम करना था. समझौते के तहत दो तरह के टैंकों का निर्माण होना था. साल 2017 में कंपनियों ने टैंकों की टेस्टिंग शुरू की थी और साल 2022 में पहली बार इंडोनेशियाई सेना को टैंकों की पहली बैच सौंपी गई थी.


ड्रोन बना रहा इंडोनेशिया
तुर्किये मीडिया के मुताबिक टाइगर टैंक की बिक्री पहला विदेशी सौदा है. इस टैंक को काफी घातक और सुरक्षित बनाया गया है. यह आधुनिक मध्यम वजन वाला टैंक है, जिसे असाधारण टैक्टिकल मोबिलिटी के लिए डिजाइन किया गया है. दूसरी तरह इंडोनेशिया ने यह भी बताया है कि वह TUSAS के साथ 12 ANKA ड्रोन भी बना रहा है. बता दें कि पूरे एशिया में लगातार तुर्किये के सैन्य हथियारों की बिक्री बढ़ गई है. हाल ही में मालदीव ने भी तुर्किये से ड्रोन खरीदे हैं. 


तुर्किये मेड ड्रोन की बढ़ी मांग
पाकिस्तान भी तुर्किये से ड्रोन खरीद चुका है, इस तरह से लगातार तुर्किये अपने सैन्य हथियारों को एशिया में बेच रहा है. एशिया के कई देश तुर्किये के साथ रक्षा समझौता कर रहे हैं, जिससे तुर्किये के रक्षा व्यापार को बढ़ावा मिल रहा है. बताया जाता है कि यूक्रेन में तुर्किये मेड ड्रोन के बेहतर प्रदर्शन की वजह से इसकी मांग बढ़ गई है. 


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