अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच एक ओर सीमा पर तनाव खत्म करने के लिए इस्तांबुल में तीसरे राउंड की वार्ता हो रही है. इस बीच आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने पाकिस्तानी सरकार और उसकी सेना को खुली धमकी दी है.

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न्यूज एजेंसी आईएएनएस को एक वीडियो मिला है, जिसमें टीटीपी सदस्यों ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत से इस्लामाबाद तक मार्च करने की प्लानिंग का ऐलान किया. संगठन ने पंजाब क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति का दावा करते हुए पूरे देश में इस्लामी व्यवस्था स्थापित करने की कसम खाई है.

वीडियो में एक TTP सदस्य ने पाकिस्तानी सेना और सरकार को क्रूर बताते हुए दावा किया है कि उनमें मुजाहिदीन के खिलाफ युद्ध छेड़ने की क्षमता नहीं है. टीटीपी सदस्य ने पाकिस्तानी सेना और सरकार के शीघ्र पतन की भी भविष्यवाणी की है.

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पाकिस्तान का दावा- अफगानिस्तान की धरती पर हैं TTP के सदस्य

वहीं, पाकिस्तान लगातार दावा करता रहा है कि TTP अफगानिस्तान की धरती से ऑपरेट कर रही है. हालांकि, टीटीपी सदस्यों ने दावा किया है कि वे पाकिस्तान के पंजाब में मौजूद हैं. टीटीपी का यह बयान सीधे तौर पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को चुनौती देता दिख रहा है. पाकिस्तान में जिस तरह के हालात सामने आ रहे हैं, उससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की ग्राउंड पर पकड़ अब ढीली पड़ रही है. इसका एक ताजा उदाहरण कुछ दिनों पहले देखने को मिला, जब टीटीपी ने दावा किया कि उसने पाकिस्तानी सेना की चौकी पर कब्जा कर लिया है.

आसिम मुनीर पर गंभीर आरोप

कुछ आलोचकों का कहना है कि सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर खैबर पख्तूनख्वा में पश्तूनों के उत्पीड़न को सही ठहराने के लिए टीटीपी के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं. उनका यह कृत्य पाकिस्तानी और अफगान आबादी के बीच संबंधों को खराब कर रहा है और यह कदम कथित तौर पर अमेरिका की ओर से निर्देशित है.

हालात को देखते हुए पाकिस्तान में आंतरिक सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हो गई हैं. जिस टीटीपी को अस्तित्व में लाने में पाकिस्तान ने अहम भूमिका निभाई थी, आज वही टीटीपी पाकिस्तान के गले का कांटा बन गया है.

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