वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सबसे बड़ी बेटी और उनकी वरिष्ठ राजनीतिक सलाहकार इवांका ट्रंप पर बेहद गंभीर आरोप लगे हैं. इवांका पर आधिकारिक काम के लिए उनके निजी मेल को इस्तेमाल करने के आरोप लगे हैं. अमेरिका की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी सीएनएन के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप ने बेटी पर लगे इन आरोपों को स्वीकार कर लिया है. हालांकि, इसी के साथ उन्होंने इवांक का बचाव भी किया है.


2016 के चुनाव अभियान में ट्रंप ने अपनी प्रतिद्वंदी हिलेरी क्लिंटन की ऐसी ही बात के लिए आलोचना की थी. हिलेरी पर आधिकारिक काम के लिए निजी मेल के इस्तेमाल के आरोप लगे थे. लेकिन ट्रंप ने उनकी बेटी पर लगाए गए ऐसी ही आरोपों पर कहा कि इसकी हिलेरी के किए से कोई तुलना नहीं की जा सकती है. ट्रंप ने कहा, "जैसा कि आप समझते हैं, पहले और थोड़े कम सयम के लिए इवांका ने अपने निजी मेल का इस्तेमाल किया था."


आपको बता दें कि बीते मंगलवार को इवांका पर लगे आरोप फिर से ताज़ा हो गए कि उन्होंने व्हाइट हाउस के काम के लिए अपने निजी मेल का इस्तेमाल किया है. ये भी जानकारी सामने आई है कि उन्होंने पूरे 2017 के दौरान आधिकारिक काम के लिए अपने निजी मेल का इस्तेमाल किया. ये जानकारी अमेरिकी निगरानी समूह अमेरिकन ओवरसाइट  ने सार्वजनिक की है कि इवांका ने अपने निजी ईमेल से कैबिनेट अधिकारियों और व्हाइट हाउस सहायकों को मेल भेजे हैं.


इवांका की कानूनी टीम का कहना है कि उन्होंने "लगभग हमेशा" अपने परिवार से जुड़े कार्यक्रमों को तय करने के लिए अपने निजी मेल का इस्तेमाल किया है. वहीं राष्ट्रपति ने बेटी के बचाव में कहा, "वो हिलेरी के मेल की तरह खुफिया नहीं थे. उन्हें हिलेरी के मेल की तरह डिलीट नहीं किया गया था. इवांका अपने मेल छुपाने के लिए ये नहीं कर रही थीं."


ट्रंप ने ये भी कहा कि इवांका के ई-मेल के इस्तेमाल का मामला रिकॉर्ड रिटेंशन कानून का उल्लंघन नहीं करता है. उन्होंने कहा कि कुछ छुपाया नहीं जा रहा और सब प्रेसिडेंशिल रिकॉर्ड में है. इवांका पर लगे आरोपों के बाचव में राष्ट्रपति ने कहा आप बिल्कुल अलग बात कर रहे हैं, आप फेक न्यूज़ की बात कर रहे हैं.


हिलेरी के मामले की बात करते हुए ट्रंप ने आरोप लगाए कि हिलेरी ने 33,000 ईमेल डिलीट किए थे और उनके बेसमेंट में एक सर्वर बना था. आपको बता दें कि जो 33,000 मेल हिलेरी ने डिलीट किए थे उनकी प्रकृति निजी किस्म की थी.


इवांका उनके पति जेरेड कुशनर और व्हाइट हाउस के अन्य अधिकारियों के इस मामले में शामिल होने की बात सामने आने के बाद पिछले साल कांग्रेस की निगरानी और सरकारी सुधार समिति ने जांच शुरू की थी.


निगरानी समिति के संभावित अध्यक्ष एलीजा कमिंग्स ने मंगलवार को कहा कि वो इस मामले की दो दलीय जांच बहाल करेंगे. इसे रिपब्लिकन पार्टी ने बंद कर दिया था. उन्होंने कहा कि वह ट्रंप प्रशासन पर इस मामले से जुड़े रिकॉर्ड उपलब्ध कराने का दबाव बनाएंगे.


इस सप्ताह वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के बाद इस मामले ने फिर से तूल पकड़ लिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल इवांका, व्हाइट हाउस के सहायकों, कैबिनेट सदस्यों और इवांका के सहायकों ने निजी ई-मेल अकाउंट का इस्तेमाल करते हुए सैंकड़ों ई-मेल भेजे थे जो कानून का उल्लंघन है.


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