Drug Trafficking In Singapore: सिंगापुर में गुरुवार (3 अगस्त) को मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में एक 39 वर्षीय व्यक्ति को फांसी दी गई. इस सजा के साथ ही दस दिनों के अंदर सिंगापुर में तीन लोगों को फांसी पर चढ़ा दिया गया. अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी.  


मौत की सजा पाने वाले युवक की पहचान मोहम्मद शालेह अदुल लतीफ (Mohamed Shalleh Adul Latiff) के रूप में हुई है, जिसे 2019 में 55 ग्राम हेरोइन के साथ पकड़े जाने पर मौत की सजा सुनाई गई थी.


सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो (सीएनबी) ने एक बयान में कहा कि दोषी को सजा गुरुवार को दी गई. अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, मोहम्मद शालेह 2016 में अपनी गिरफ्तारी से पहले एक डिलीवरी ड्राइवर के रूप में काम करता था. अपने मुकदमे के दौरान, उसने दावा किया कि वह मादक पदार्थों की तस्करी नहीं कर रहा था, बल्कि वह अपने दोस्त के कहने पर सिगरेट पहुंचा रहा था. 


शुक्रवार को महिला को दी गई थी फांसी 


कोविड-19 महामारी के दौरान दो साल के विराम के बाद मार्च 2022 में सरकार ने फिर देश में फांसी की सजा शुरू कर दी है. जिसके कारण अब तक 16 दोषियों को मौत की सजा दी जा चुकी है. इसके साथ ही इस साल सजा पाने वाला अदुल लतीफ पांचवा कैदी बन गया. अभी बीते शुक्रवार (28 जुलाई) को मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर 45 वर्षीय एक महिला को फांसी दी गई. इस फांसी के साथ ही सिंगापुर में करीब बीस साल बाद किसी महिला को सजा-ए-मौत दी गई.


एक युवक को दी गई थी सजा-ए-मौत 


गौरतलब है कि लंबे समय से सिंगापुर में नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों के लिए मौत की सजा बंद करने की मांग चल रही है. तमाम मानवाधिकार संगठन फांसी की सजा का विरोध कर रहे हैं. ऐसे में दो हफ्ते के भीतर तीन दोषियों को मौत की सजा दी जा चुकी है. 45 वर्षीय महिला को फांसी दिए जाने के दो दिन पहले (26 जुलाई को) 57 वर्षीय मोहम्मद अजीज बिन हुसैन नाम के शख्स को फांसी दी गई थी, जिस पर लगभग 50 ग्राम हेरोइन की तस्करी का दोष साबित हुआ था.


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