अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने गुरुवार को वीडियो-शेयरिंग ऐप टिकटॉक और सर्वाइवल-शूटर प्लेयर यूएनडॉग्स बैटलग्राउंड (PUBG) गेम के खिलाफ प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया. तालिबान ने जोर देकर कहा कि ये अफगानिस्तान के युवाओं को भटका रहे हैं. फोन एप अफ़गानों के बीच लोकप्रिय हैं, उनके पास मनोरंजन के लिए कुछ ही आउटलेट्स रह गए हैं क्योंकि कट्टर तालिबान ने पिछले साल सत्ता में वापसी करने के बाद संगीत, फिल्मों और टेलीविजन सीरियलों पर प्रतिबंध लगा दिया.


टीवी चैनलों को लेकर भी दिया निर्देश 
कैबिनेट ने एक बयान में कहा, ऐप्स ने "युवा पीढ़ी को भटका दिया", दूरसंचार मंत्रालय को उन्हें बंद करने का आदेश दिया गया है. मंत्रालय को टीवी चैनलों को "अनैतिक सामग्री" दिखाने से रोकने का भी निर्देश दिया गया, हालांकि चैनलों पर समाचार और धार्मिक सामग्री से परे बहुत कम प्रसारित किया जा रहा है.


तालिबान ने अगस्त में सत्ता में आने के बाद दावा किया कि पिछली शासनकाल (1996 से 2001) के मुकाबले वह इस बार इस्लामी शासन का एक नरम संस्करण लागू करेगा. हालांकि धीरे-धीरे तालिबान ने सामाजिक जीवन पर प्रतिबंध लागू करने शुरू कर दिए खासतौर से महिलाओं पर प्रतिबंध लगाए गए. लड़कियों के लिए अधिकांश माध्यमिक विद्यालय बंद रहते हैं, और महिलाओं को कई सरकारी नौकरियों और विदेश यात्रा करने से रोक दिया गया है. महिलाओं को अफगान शहरों के बीच भी यात्रा की आजादी नहीं दी गई है जब तक कि उसके साथ कोई व्यस्क पुरुष रिश्तेदार न हो.  


9 मिलियन लोगों की इंटरनेट तक पहुंच 
एक स्वतंत्र डेटा संग्राहक, DataReportal के जनवरी में प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, पूरे अफगानिस्तान में केवल 9 मिलियन से अधिक लोगों की इंटरनेट तक पहुंच है जबकि देश की आबाद 38 मिलियन है.  लगभग 4 मिलियन सोशल मीडिया यूजर हैं, जिनमें फेसबुक सबसे लोकप्रिय है. 


अफगानिस्तन के अपदस्थ राष्ट्रपति अशरफ गनी की पिछली सरकार ने भी PUBG पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की थी. कथित "अश्लील" सामग्री के आरोप में पड़ोसी देश पाकिस्तान में चीनी स्वामित्व वाली टिकटॉक को पहले भी दो बार बंद किया जा चुका है. पिछले शासन के दौरान, तालिबान की धार्मिक पुलिस ने पतंगबाजी और कबूतर दौड़ जैसी मनोरंजक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया था.


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