नेपाल में Gen-Z आंदोलन के बाद अंतरिम सरकार बनाने की पहल शुरू हो गई है. नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस सुशीला कार्की को अंतरिम सरकार में प्रधानमंत्री बनाए जाने की चर्चा तेज है. काठमांडू के मेयर बालेन ने भी सुशीला कार्की को अपना समर्थन दे दिया है. बताया जा रहा है कि जल्द ही आधिकारिक तौर पर उनके नाम को ऐलान किया जा सकता है.
इस बीच सुशीला कार्की ने कहा है कि वह सरकार का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं क्योंकि GEN-Z उन्हें बहुत पसंद करते है. उन्होंने कहा है कि वह GENZ आंदोलन के बाद की स्थिति में चुनावी सरकार का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं.
सुशीला कार्की के साथ 5 घंटे हुई थी बैठक
नेपाल में तख्तापलट के बाद देश की कमान संभालने को लेकर Gen-Z आंदोलनकारियों ने वर्चुअल बैठक बुलाई. करीब पांच घंटे चली इस बैठक में 5000 से ज्यादा युवाओं ने हिस्सा लिया, जिसमें सबसे ज्यादा लोगों ने पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की को अपना समर्थन दिया.
Gen-Z आंदोलन ने कर दिया नेपाल में तख्तापलट
केपी शर्मा ओली ने हिंसक प्रदर्शन के बीच मंगलवार (9 सितंबर 2025) को नेपाल के पीएम का पद छोड़ दिया है. ओली 1 साल और 2 महीने ही पद पर रह सके. वे 15 जुलाई 2024 को तीसरी बार पीएम बने थे. उनके इस्तीफे की घोषणा तब हुई जब प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, नेताओं के आवासों सहित कई महत्वपूर्ण कार्यालयों में तोड़फोड़ की और अन्य शहरों में भी विरोध प्रदर्शन हुए.
द काठमांडू पोस्ट के मुताबिक भ्रष्टाचार, सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और भाई-भतीजावाद को लेकर इस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा था. इस प्रदर्शन के दौरान कई युवाओं की पुलिस की ओर से हुई फायरिंग में मौत हो गई थी. इस हिंसा के बाद ओली पर लगातार दवाब बढ़ रहा था. ओली से पहले देश के गृहमंत्री और कृषि मंत्री ने इस्तीफा सौंप दिया था.
बालेन शाह ने कर दिया कमान संभालने से इनकार
सोशल मीडिया पर अपने पद से इस्तीफा देने और एक नई राजनीतिक पार्टी बनाकर राष्ट्रीय नेतृत्व संभालने की बालेंद्र शाह के अंतरिम पीएम बनने की भी बात चल रही थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया.
ये भी पढ़ें : सुशीला कार्की या हरका संपांग, कौन संभालेगा नेपाल की कमान? Gen-Z के प्रस्ताव के बाद बढ़ी हलचल