US Warned China About Balloon Incident: अमेरिका और चीन के बीच स्पाई बैलून को लेकर विवाद खत्म होता नहीं दिख रहा है. अमेरिका ने स्पाई बैलून को लेकर चीन को वॉर्निंग दी है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने शनिवार (18 फरवरी) को चीन के टॉप डिप्लोमेट वांग यी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने अमेरिकी हवाई क्षेत्र में जासूसी गुब्बारे (SPY Balloon) भेजने के अपने गैर जिम्मेदाराना कार्य को न दोहराने की चेतावनी दी.


अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अमेरिकी क्षेत्रीय हवाई क्षेत्र में ऊंचाई वाले निगरानी गुब्बारे से अमेरिकी संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन पर सीधे बात की गई. जिसमें साफ तौर से कहा गया है कि यह गैर जिम्मेदाराना हरकत फिर कभी नहीं होनी चाहिए.


स्पाई बैलून पर चीन को अमेरिकी की वॉर्निंग


वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने टॉप चाइनीज डिप्लोमेट वांग यी से मुलाकात में कहा कि बैलून वाली गुस्ताखी दोबारा न हो. अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने ट्विटर पर कहा, "अभी चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी से मुलाकात की. मैंने चाइनीज निगरानी गुब्बारे की घुसपैठ की निंदा की और जोर देकर कहा कि ऐसा फिर कभी नहीं होना चाहिए.''. यह बयान तब आया जब दो शीर्ष राजनयिक वार्षिक म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के मौके पर मिले.


रूस-यूक्रेन युद्ध का मुद्दा भी उठाया


द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में बैठक के दौरान दोनों राजनयिकों ने अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा की. एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अधिक ऊंचाई वाले निगरानी गुब्बारे ने पांच महाद्वीपों में 40 से अधिक देशों के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की है, जिसका पर्दाफाश किया गया है. ब्लिंकन ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से रूस-यूक्रेन युद्ध का मुद्दा भी उठाया. उन्होने यूक्रेन के खिलाफ रूस के हिंसक युद्ध को लेकर उसके निहितार्थ और परिणामों के बारे में भी चेतावनी दी.


चीनी विदेश मंत्री ने क्या कहा?


विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने वांग यी से मुलाकत के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडेन के बयानों को दोहराया कि अमेरिका प्रतिस्पर्धा करेगा और अपने मूल्यों और हितों के लिए खड़ा होगा लेकिन हम चीन के साथ संघर्ष नहीं चाहते हैं और एक नए शीत युद्ध के मूड में नहीं हैं. वहीं वांग यी ने कहा कि बैलून की घटना को लेकर कहा कि बाइडेन प्रशासन के कार्य बेतुके और उन्मादपूर्ण थे. उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका अपने साधनों का उपयोग चीन को बदनाम करने के लिए कर रहा है.


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