Russian President Vladimir Putin On Wagner Chief Death: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वैगनर चीफ येवगेनी प्रीगोझिन की मौत को लेकर एक बार फिर से बयान दिया है. गुरुवार को पुतिन ने कहा कि वैगनर चीफ की मौत हैंड ग्रेनेड फटने से हुई है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि येवगेनी प्रीगोझिन के हवाई जहाज पर कोई मिसाइल हमला नहीं हुआ है. 


गौरतलब है कि 23 अगस्त को वैगनर चीफ येवगेनी प्रीगोझिन का हवाई जहाज सेंट पीटर्सबर्ग जाते वक्त क्रैश हो गया था. क्रैश में वैगनर चीफ के अलावा 9 लोगों की मौत हुई थी. पुतिन ने जोर देकर कहा कि रूस की जांच समिति के प्रमुख ने कुछ दिन पहले उन्हें रिपोर्ट किया था. रूस के सोची में वलदई डिस्कशन क्लब की एक बैठक में पुतिन ने कहा, "मरने वाले लोगों के शरीर पर हैंड ग्रेनेड के अवशेष मिले हैं. ये एक तथ्य है कि प्लेन की बाहरी सतह पर किसी तरह का कोई निशान नहीं है."


पुतिन ने शराब और ड्रग्स के दिए संकेत


हालांकि रूसी राष्ट्रपति ने ये नहीं बताया कि हवाईजहाज में हैंड ग्रेनेड फटने की वजह क्या थी, लेकिन उन्होंने शराब और ड्रग्स के नशे में होने के संकेत दिए. उन्होंने कहा, मामले की जांच करने वाले दल ने मरने वालों के शवों की अल्कोहल और ड्रग्स टेस्ट नहीं की, जो फैसला गलत साबित हुआ. पुतिन ने कहा कि वैगनर दफ्तर में तलाशी के दौरान 10 बिलियन रूबल नकद मिले और इसके साथ ही 5 किलो कोकीन भी बरामद की गई. 


पुतिन पर क्यों लगे वैगनर चीफ की हत्या के आरोप


इसी साल 24 जून को वैगनर चीफ ने रूस के खिलाफ बगावत का ऐलान कर दिया था. बगावत के बाद प्रिगोझिन ने रूसी सरकार पर आरोप लगाया की सेना उनके लोगों पर हमला कर रही है. इसके बाद पुतिन ने चेतावनी दी थी कि विद्रोहियों को करारा जवाब दिया जाएगा.  पुतिन की चेतावनी को पश्चिमी देश हत्या के संदर्भ में देखते हैं. 


क्या पुतिन के विरोधियों को कीमत चुकानी पड़ती है?


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन ने जब रूस की सत्ता में पैर जमाने शुरू किए थे, तब से ही अपने विरोधियों को पटखनी देते आए हैं. पुतिन पर आरोप लगा कि उन्हें सत्ता दिलाने में मदद करने वाले बोरिस बेरेजोव्स्की की मौत के पीछे उन्हीं का हाथ है. यूक्रेन युद्ध की वजह से रूस में सरकार के विपक्षी एलेक्सी नवेलनी ने पुतिन का पुरजोर विरोध किया था. उन्होंने पुतिन पर लाखों लोगों को युद्ध में झोंकने का आरोप लगाया. 


एलेक्सी नवेलनी फिलहाल 9 साल की जेल की सजा काट रहे हैं, उन्हें षड़यंत्र और अदालत की अवमानना का आरोप लगा और मुकदमा चलाया गया. इसके अलावा भी पुतिन के विरोधियों की सूची काफी लंबी है, जो या तो सजा काट रहे हैं या जिंदा नहीं हैं.


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