रूस अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर नासा और यूरोपियन स्पेस एजेंसी के साथ काम नहीं करेगा. रूस ने घोषणा की है कि वह अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर सहयोग समाप्त कर देगा जब तक कि यूक्रेन पर हमले की वजह से उसके खिलाफ लगाए गए पश्चिमी नेतृत्व वाले प्रतिबंध हटा नहीं लिए जाते.


रूस की स्पेस एजेंसी के प्रमुख दिमित्री रोगोज़िन ने कहा कि वह अब नासा या यूरोपीय स्पेस एजेंसी के साथ ऑर्बिटिंग लेबोरेटरी में काम नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि वह क्रेमलिन को मौजूदा प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए एक टाइम टेबल प्रस्तुत करेंगे.


'प्रतिबंधों का उद्देश्य हमारी अर्थव्यस्था को तबाह करना' 
रोगोजिन ने कहा, 'अमेरिका, कनाडा, यूरोपीय संघ और जापान के प्रतिबंधों का उद्देश्य हमारे उच्च तकनीक उद्यमों की वित्तीय, आर्थिक और उत्पादन गतिविधियों को अवरुद्ध करना है. उन्होंने कहा, 'प्रतिबंधों का उद्देश्य रूसी अर्थव्यवस्था को मारना, हमारे लोगों को निराशा और भूख में डुबाना और हमारे देश को घुटनों पर लाना है. साफ है कि वे ऐसा नहीं कर पाएंगे, लेकिन उनके इरादे स्पष्ट हैं.”


रोगोजिन ने कहा, 'इसीलिए मेरा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय स्पेस  स्टेशन और अन्य संयुक्त परियोजनाओं में भागीदारों के बीच सामान्य संबंधों की बहाली केवल अवैध प्रतिबंधों को पूर्ण और बिना शर्त हटाने के साथ ही संभव है.


रूसी स्पेस  एजेंसी प्रमुख ने कहा,"संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, यूरोपीय संघ और जापान की स्पेस  एजेंसियों के साथ आईएसएस के भीतर सहयोग के पूरा होने के समय पर रोस्कोस्मोस के विशिष्ट प्रस्तावों को निकट भविष्य में हमारे देश के नेतृत्व को सूचित किया जाएगा."


आईएसएस मानव द्वारा स्पेस में बनाई गई अब तक की सबसे बड़ी एकल संरचना है. नवंबर 2000 से, लगातार एक बहु-राष्ट्रीय क्रू इस पर तैनात रहा है इसमें ज्यादातर अमेरिका और रूस के लोग हैं. यूरोपियन स्पेस  एजेंसी (ईएसए) के अनुसार, यह किसी एक राष्ट्र के स्वामित्व में नहीं है और यूरोप, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, कनाडा और जापान के बीच एक 'सहकारी कार्यक्रम' है.


'अन्य स्पेस एजेंसियों को दी प्रतिबंधों की जानकारी' 
रोगोजिन ने एक ट्विटर थ्रेड में कहा कि उन्होंने भाग लेने वाले आईएसएस देशों की प्रत्येक स्पेस एजेंसियों को रूस के खिलाफ उनकी संबंधित सरकारों के प्रतिबंधों के संबंध में लिखा था. उन्होंने स्पेस  एजेंसियों के जवाब को भी शेयर किया इसमें यूरोपियन स्पेस एजेंसी की प्रतिक्रिया शामिल थी जिसमें कहा गया था कि वह इस मामले पर चर्चा करने के लिए सभी सदस्य राज्यों को सूचित करेगी.  


रोगोजिन ने कहा, ‘फिर भी, हमारे भागीदारों की स्थिति स्पष्ट है. प्रतिबंध नहीं हटाए जाएंगे. इसके साथ ही आईएसएस पर सहयोग के खात्मे के डर से, जहां रूस की भूमिका स्टेशन की व्यवहार्यता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौलिक महत्व की है, पश्चिमी भागीदार यह स्पष्ट करते हैं कि वास्तव में, प्रतिबंध आईएसएस के हित में काम नहीं करेंगे.’


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