Wagner Group: प्राइवेट मिलिट्री के रूप में पहचाने जाने वाले वैगनर ग्रुप को इन दिनों मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. रूस में बगावत के बाद से ही वैगनर ग्रुप को लेकर रूसी जनता भड़की हुई है. यही वजह है कि इन दिनों कोई वैगनर लड़ाका रूस पहुंच रहा है तो उसे लोग धमका रहे हैं. कुछ मामलों में उन्हें पीटा जा रहा है, जबकि कुछ लड़ाकों को तो पत्थरों से मारकर मौत के घाट उतारा गया है.


येवेगनी प्रिगोझिन के नेतृत्व वाले वैगनर ग्रुप ने जुलाई में रूस के खिलाफ बगावत की थी. यूक्रेन के जंग के मैदान में रूस की ओर से लड़ रहे वैगनर लड़ाके मॉस्को की ओर बढ़ने लगे. इसके बाद बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के मनाने पर प्रिगोझिन ने वैगनर लड़ाकों को पीछे लौटने का आदेश दिया. बताया गया है कि इन दिनों प्रिगोझिन रूस में ही है, लेकिन उनके लड़ाकों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है. 


वैगनर ग्रुप से उठा भरोसा


डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, वैगनर ग्रुप की बगावत की वजह से रूसी लोगों का उस पर से भरोसा खत्म हो गया है. इस वजह से गुस्साए लोग वैगनर लड़ाकों को देखते ही पीटने लग रहे हैं. कुछ लड़ाकों की हत्या की खबरें भी सामने आई हैं. वैगनर ग्रुप के अधिकतर लड़ाके रूस के ही रहने वाले हैं. यही वजह है कि मुल्क से गद्दारी की सजा के तौर पर कुछ की पत्थरों से मारकर हत्या की गई है. 


वैगनर ग्रुप से बढ़ी कड़वाहट


दरअसल, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन जंग में लड़ने के लिए सेना के साथ-साथ वैगनर ग्रुप को भी उतारा हुआ है लेकिन बगावत की वजह से कड़वाहट पैदा हो गई है. यूक्रेन युद्ध में बढ़त दिलाने के बाद भी लोग अब वैगनर से लगाव नहीं दिखा रहे हैं. प्रिगोझिन भले ही रूस में आराम से रहता हुआ नजर आ रहा है. मगर उसके सैनिकों के लिए जीना मुश्किल हो गया है. 


ताजा जानकारी के मुताबिक, पश्चिमी साइबेरिया में पांच अगस्त को वैगनर ग्रुप के दो लड़ाकों को कुछ लड़कों के ग्रुप ने खूब पीटा, जिससे उनकी मौत हो गई. वैगनर ग्रुप के एक अन्य लड़ाके को रूस के क्रांसडोर में पत्थरों से मारकर मौत के घाट उतार दिया गया. मारे गए लड़ाकों के शवों को रिकवर कर लिया गया है, लेकिन आधिकारिक तौर पर उनकी मौत के राज से पर्दा नहीं उठाया गया है. 


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