Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध को 9 महीने से भी ज्यादा का वक्त हो गया है, लेकिन अभी भी कोई पीछे हटने को तैयार नहीं है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हमले का आदेश देते समय सोचा भी नहीं होगा कि यूक्रेन की सेना इतने दिन तक रूसी सेना का सामना कर पाएगी. युद्ध जितना लंबा खिंच रहा है, उतना ही भीषण होता जा रहा है. इस जंग में रूस को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. 


एक रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन ने इस जंग में सेना के 1500 से अधिक उच्च अधिकारियों को खो दिया है, जिनमें से 160 से ज्यादा जनरल और कर्नल हैं. इससे पहले अमेरिकी सेना के एक उच्च अधिकारी ने दावा किया था कि इस युद्ध में रूसी सेना के एक लाख से ज्यादा सैनिक मारे गए हैं. 


रूस ने अभी जारी नहीं किया आंकड़ा


वहीं यूक्रेन के साथ जंग से रूस को कितना नुकसान हुआ है, क्रेमलिन की ओर से इस पर अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई. रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने हाल ही में 5,397 सैनिकों के मारे जाने की बात कही थी. हालांकि पश्चिमी देशों की ओर से दिए गए आंकड़े से ये संख्या बहुत कम है. पश्चिमी देशों की रिपोर्ट में ये संख्या एक लाख से ऊपर पहुंच चुकी है. 


खेरसॉन से रूसी सेना को खदेड़ा


रूस ने यूक्रेन के खेरसॉन (Kherson) शहर से अपना कब्जा छोड़ दिया है. इस जंग में यह अब तक का सबसे बड़ा झटका था, जो पुतिन को लगा. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खेरसॉन को रूस में शामिल भी कर लिया था. इसके बावजूद यूक्रेन की सेना ने खेरसॉन को वापस हासिल कर लिया. यूक्रेन के एक नागरिक ने बताया कि खेरसॉन में हर रात कम से कम 10 रूसी सैनिक मारे जा रहे थे.


रूसी सैनिकों की मां ने किए सवाल


पुतिन अब अपने ही देश में घिरते जा रहे हैं. अब रूसी सैनिकों की मां और पत्नियां भी सवाल उठाने लगी हैं. इन लोगों की मांग है कि राष्ट्रपति पुतिन ने जो वादे किए थे उनको निभाने का वक्त आ गया है और वो इन्हें पूरा करें. वहीं पुतिन ने कहा है कि हमें अपने लक्ष्यों को हासिल करना चाहिए और अंत में हम उन्हें हासिल करेंगे.


रूसी सैनिकों पर चोरी का आरोप


खेरसॉन से भागते समय रूसी सैनिकों पर चोरी करने का आरोप लगा है यूक्रेन ने कहा कि रूसी सेना खेरसॉन से जाते समय 14 हजार की बेशकीमती पेंटिंग चुराकर ले गए.रिपोर्ट के मुताबिक इस महीने भागने से पहले रूसी सैनिक खेरसॉन के कला संग्रहालय में दाखिल हुए और बेशकीमती खजाने को ट्रकों में भरकर ले गए. द सन ने लिखा है कि रूसी सैनिकों की ओर से अंजाम दी गई लूट की यह वारदात इतिहास की सबसे बड़ी डकैतियों में से एक है. 


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